पटना. केंद्र और भाजपा के खिलाफ पटना में विपक्षी एकता की बैठक में शुक्रवार को शामिल होने वाले अतिथि नेताओं ने बिहार के व्यंजनों का स्वाद चखा. इनमें मुख्य रूप से लिट्टी-चोखा, चना-घुघनी, मखाना का खीर, मनेर का लड्डू, सिलाव का खाजा, अनरसा, गुलाबजामुन, जर्दालु और मालदा आम शामिल रहे. बिहार के व्यंजनों के बेहतरीन स्वाद की प्रशंसा संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भी की. इसके अलावा अतिथियों के लिए उनमें से हर किसी के पसंद के अनुसार लजीज खानों का शाही मैन्यू तैयार किया गया था. इस खाने को बनाने की जिम्मेदारी पटना के प्रमुख होटल के कारीगर को दी गयी थी.
गुरुवार की रात का खाना, शुक्रवार की सुबह का नास्ता और दोपहर के खाने की शाही व्यवस्था की गयी थी. इसके लिए अलग-अलग मैन्यू तैयार किया गया था. इसमें नॉर्थ इंडियन व साउथ इंडियन सहित बिहारी व्यंजन को भी शामिल किया गया था. साथ ही इसमें शाकाहारी और मांसाहारी भोजन शामिल थे. नेताओं की पसंद और नापसंद की जानकारी हरेक के करीबियों से बातचीत कर जुटायी गयी थी. हरेक नेता की पसंद के अनुसार फल, सब्जी, मांस, मछली, चावल, पुलाव, मिस्सी सहित अन्य प्रकार की रोटी सहित अन्य खाद्य पदार्थ और उसकी सामग्री जुटायी गयी थी. विभिन्न दलों के नेताओं के आतिथ्य सत्कार की बेहतर व्यवस्था की गयी थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी चीजों के बारे में जानकारी लेकर व्यवस्था की देखरेख के लिए मंत्रियों की भी तैनाती की थी.
अतिथियों के लिए साउथ इंडियन भोजन की व्यवस्था की गयी थी. इसमें मुख्य रूप से डोसा, सांभर, इडली, वाडा, अप्पम, रसम, पुट्टू आदि शामिल थे.
सूत्रों के अनुसार मैन्यू में हिलसा और रोहू मछली की विशेष प्रकार की फिश करी, टोस्ट फिश आदि शामिल की गयी थी. साथ ही फिश पुलाव भी शामिल किया गया था .
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मैन्यू में छोले-भठूरे, राजमा-चावल, मक्के की रोटी और सरसों का साग, दाल तड़का, तंदूरी नान, दाल मखनी, चिकन बिरयानी आदि भी शामिल किये गये थे.
खान-पान के दौरान विशेष रूप से अलग-अलग पेय पदार्थ पेश किये गये. इनमें लस्सी, छाछ, जीरा पानी, नीबू पानी, सौंफ का शर्बत, तरबूज का शर्बत, आम पन्ना, आम का अमवट आदि प्रमुखता से रखे गये थे.