देवघर: चर्चित देवघर भूमि घोटाला में नामजद आरोपी 80 वर्षीया शुकरी रयान की जमानत याचिका सीबीआई की विशेष अदालत (धनबाद) से खारिज हो गयी है. शुकरी धनबाद जेल में बंद है. पिछले दिनों सीबीआई की टीम ने शुकरी को रिखिया थाना क्षेत्र के बंधा मुहल्ला स्थित घर से गिरफ्तार कर ले गयी थी व सीबीआई कोर्ट में पेशी के बाद शुकरी को जेल भेज दिया गया था.
नेत्रहीन है शुकरी
परिजनों के अनुसार, शुकरी दोनों आंखों से देख नहीं पाती है. करोड़ों रुपये के जमीन घोटाले की आरोपी शुकरी के पास पांच डिसमिल जमीन भी नहीं है. शुकरी व उसका परिवार दो वक्त की रोटी की मोहताज है. परिजनों के अनुसार, शुकरी के पास कई एकड़ जमीन थी. जिस डीड वाली जमीन की सीबीआई जांच कर रही है, उस जमीन को भू-माफियाओं ने औने-पौने दर पर अवैध ढंग से दान पत्र के जरिये बेच डाला है. भू-माफियाओं ने दान पत्र के कागज पर शुकरी से टीप-निशान लेकर ननसेलेबल जमीन कहकर बेच दिया है. बताया जाता है इस मामले की जांच में जुटी सीबीआई की टीम ने प्रोविजनल बेल टूटने के बाद शुकरी को गिरफ्तार कर लिया था. बताया जाता है कि बंधा, गौरा, रामपुर, विराजपुर सहित अन्य मौजा में डीड वाली जमीन को दान पत्र जरिये बेचने वाले कई लोग सीबीआई की रडार पर हैं.
रामपुर में सीबीआई जांच वाली जमीन पर लगेगा बोर्ड
रामपुर मौजा में पिछले कुछ दिनों से सीबीआई जांच वाली जमीन की घेराबंदी को लेकर चल रही वर्चस्व की लड़ाई को देखते हुए सीओ ने जमीन पर बोर्ड लगाने का निर्देश उपनिरीक्षक को दिया है. इस मामले में तत्कालीन उपनिरीक्षक व सीआई ने रिपोर्ट भी दी है कि रामपुर में उक्त जमीन सीबीआई जांच के दायरे में है, जिसकी घेराबंदी कर अवैध रूप से बेचा जा रहा है. सीओ वैभव कुमार सिंह ने बताया कि उपनिरीक्षक द्वारा जल्द ही रामपुर में इस सीबीआई जांच वाली जमीन पर खरीद-बिक्री व कोई भी निर्माण कार्य पर रोक लगाने का बोर्ड लगा दिया जायेगा. बताया जा रहा है कि रामपुर की इस भूमि पर कब्जा को लेकर बिलासी, रामपुर, महेशमारा सहित देवघर शहर के कई ग्रुपों में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है.