रांची, लता रानी : रांची के कई फूड ब्लॉगर अपने ब्लॉग और यूट्यूब चैनल के माध्यम से रांची का नाम देश-दुनिया में रोशन कर रहे हैं. रांची और इंडियन कुजीन को देश-विदेश तक पहुंचा रहे हैं. इनमें से किसी को रांची से प्यार है, तो किसी को रांची में मिलनेवाले व्यंजनों से. लेकिन इन सबका मकसद अपने शहर और अपने व्यंजनों को पहचान देना है. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बाहर के फूड ब्लॉगर भी रांची आकर फूड ब्लॉगिंग कर रहे हैं. ऐसे में अपने शहर के व्यंजन प्रेमियों को ब्लॉगिंग के माध्यम से अपने फूड को प्रोमोट करने की प्रेरणा मिली. यहीं नहीं, फॉलोअर्स के दम पर अब यूट्यूब चैनल के माध्यम से इनके लिए पैसे कमाने का भी रास्ता खुल गया है. एक ओर इनकी पहचान बन रही है, वहीं अब यह शौक प्रोफेशन से जुड़ गया है
नीतिश ने कोरोना काल से नीतिश एंड कुजीन नाम से अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से रांची शहर के होटल और रेस्टोरेंट, यहां तक कि स्ट्रीट फूड,ठेले और खोमचे वालों की फूड ब्लॉगिंग की. अब तक रांची के लगभग 300 से ज्यादा रेस्टोरेंट के लिए फूड ब्लॉगिंग की है. इनके एक लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. इन्हें यूट्यूब सिल्वर बटन के लिए मॉनिटाइज किया गया है.हाल में ही नीतिश को यूट्यूब से सिल्वर बटन मिला है.नीतिश को अब चैनल से अच्छी इनकम हो रही है.लेकिन नीतिश शिक्षा से जुड़े रहने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में नौकरी के लिए भी कोशिश कर रहे हैं.बीएचयू के छात्र हैं. वह बताते हैं कि बीमारी के कारण पापा का निधन 2012 में हो गया.वह एक अच्छे शेफ थे.उनका सपना पूरा कर रहा हूं. हमने देखा कि बाहर के राज्यों से लोग हमारे यहां फूड ब्लॉगिंग करने आ रहे हैं. ऐसे में हमें भी अपने शहर और राज्य की पहचान के लिए यह करना आवश्यक लगा और फिर फूड ब्लॉगिंग करने लगा. आज बाहर के ब्लॉगर सेलिब्रिटी रांची और झारखंड के कुजीन के लिए नीतिश से सलाह लेते हैं.
नीतिश का चयन यूट्यूब के जोश टॉक के लिए भी हुआ. चैनल ने रांची से नीतिश का चयन किया. जिसके माध्यम से चैनल पर नीतिश के संघर्ष की कहानी को अपलोड किया गया. जिसकी शूटिंग दिल्ली में हुई. इन दिनों नीतिश के अपने यू ट्यूब चैनल नीतिश कुजीन के सब्सक्राइबर एक लाख दस हजार हो चुके हैं.
रातू रोड निवासी दिशा प्रिया अपने इंस्ट्राग्राम पेज के माध्यम से फूड ब्लॉगिंग कर रही हैं. हाल में ही उन्हें मुंबई में आयोजित नेशनल फूड ब्लॉगर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की ओर से फूड ब्लॉगिंग के लिए सेकेंड पॉजिशन प्राप्त हुआ है.उन्हें बेस्ट रेसिपी ब्लॉग के लिए सम्मानित किया गया.जिसमें पूरे देश समेत दुनिया के फूड ब्लॉगर्स ने हिस्सा लिया. दिशा के कुजीन की खास बात है कि वह केवल वेजिटेरियन कुजीन पर जोर देती हैं.पेशे से बैंक कर्मी हैं.फिर भी शौक के कारण अपनी अलग पहचान बनायी है. पिछले तीन सालों से फूड ब्लॉगिंग कर रही हैं. इनके फॉलोअर्स की संख्या 26 हजार से ज्यादा है. अब इन्हें आमदनी भी प्राप्त हो रही है. वह कहती हैं कि फूड ब्लॉगिंग में भी करियर बनाया जा सकता है.
यूट्यूब चैनल के कई देशों में हैं फॉलोअर्स
आसित पेशे से हेड शेफ हैं. देश-विदेश के बड़े शेफ से उन्हें शेफ बनने की प्रेरणा मिली. इनके कुजीन की खास बात है कि इन्हें बहुत ही लाजवाब और घर में उपयोग होने वाले चीजों से बनाया जा सकता है. इन्हें कोई भी आसानी से घर पर ही बना सकता है. हाल में ही शुरू हुए इनके यूट्यूब चैनल कुंडुस हॉबिस के माध्यम से शेयर की गयी रेसिपी की कुछ ही महीनों में डिमांड बन गयी है. विदेशों से भी इनके कुजीन की डिमांड आ रही है. इनके फॉलोअर्स में कई देशों के लोग शामिल हैं. आसित प्रतिभा से भरे हैं. हाल में ही अपने हाथों से बने एक्वेरियम को यूट्यूब पर डाला. इतने लाइक्स आये कि यहां से इनके हाथ से बने कुजीन का ऑनलाइन सफर शुरू हो गया. वह कहते हैं कि आइटीसी सोनार बांग्ला कोलकाता में कार्य के दौरान ऑस्ट्रेलिया के शेफ मैनवी और बाली के साथ काम करने का मौका मिला. उनसे बहुत कुछ सीखा और फिर अपनी खास पहचान बना ली. फूड ब्लॉगिंग के क्षेत्र में आसित रोज ही कुछ न कुछ नया करने की कोशिश करते हैं. इसके लिए लगातार जानकारियां इकट्ठा करते रहते हैं.
फूड ब्लॉगर रॉकी सिंह देश के नामी-गिरामी फूड ब्लॉगर में से एक हैं. हिस्ट्री चैनल के लिए काम करते हैं. फूड ब्लॉगिंग पर इनकी सीरीज चैनल पर अभी भी जारी है. फेसबुक और यूट्यूब पर बहुत लोकप्रिय हैं. इन्होंने पूरे देश के साथ ही अपने झारखंड के व्यंजनों के लिए भी ब्लॉगिंग की है. वह स्वयं यहां के ढुस्का बरा और लिट्टी चोखा के फैन हैं. झारखंड के ट्राइबल व्यजनों से उन्हें बहुत लगाव है. इन्होंने कांके रोड स्थित ट्राइबल फूड के रेस्टोरेंट अजम एम्मा के व्यंजनों को भी चखा है. 2021 में उनका रांची आना हुआ था. इसके पहले भी उन्होंने रांची के लिए ब्लॉग किया है. रॉकी मूल रूप से दिल्ली के रहनेवाले हैं, लेकिन पूरे देश में अपनी ब्लॉगिंग के लिए प्रख्यात हैं. 33000 से ज्यादा व्यजनों पर ब्लॉगिंग कर चुके हैं. वहीं 65000 से ज्यादा रेस्टोरेंट को कवर किया है.यूट्यूब पर उनके सबक्राइबर 70.9 के हैं. वह कहते हैं कि कचहरी के पास का लिट्टी चोखा बहुत लजीज है. झारखंडी व्यंजन इतनी पसंद है कि 10-15 साल पहले रांची आया, उसके बाद फिर 2021 में दोबारा मुझे यहां के व्यंजनों की खुशबू खींच लायी.