भागलपुर के विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल निर्माण कार्य की तैयारी एजेंसी एसपी सिंगला की ओर से की जाने लगी है. गंगा में पुल का निर्माण बरारी की ओर से होगा. इसके मद्देनजर एजेंसी ने पुल बनाने के उपकरणों को साइट पर लाना शुरू कर दिया है. रविवार को कई तरह के उपकरणों को साइट पर मंगाया है. अभी कुछ और उपकरण मंगाना बाकी है. सभी तरह के उपकरण जब साइट पर आ जायेगा, तो पुल निर्माण का कार्य शुरू करा दिया जायेगा. बताया जाता है कि सप्ताह भर के अंदर सभी तरह के उपकरण साइट पर मंगा लिए जायेंगे. हाल के कुछ दिन पहले ही बरारी में विक्रमशिला सेतु से 50 मीटर सराउंडिंग एरिया के अतिक्रमण को हटाया गया था. दर्जनों झोपड़ियां तोड़ी गयी थी. ताकि, यहां पुल निर्माण के उपयोग में आने वाली सामग्रियों को रखा जा सके. मार्च में फाइनल हुआ था कि गंगा में पुल एसपी सिंगला ही बनायेगा.
फोरलेन पुल का निर्माण इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में बनेगा. चयनित कार्य एजेंसी को 1460 दिन में यानी, चार साल में पुल बनाना होगा. पुल बनाने का काम एजेंसी को टेंडर राशि से 3.75 प्रतिशत अधिक दर पर मिला है. इस पुल के निर्माण में टेंडर राशि 958.38 करोड़ से 35.93 करोड़ ज्यादा यानी, 994.31 करोड़ खर्च होगा. वहीं, साल 2020 के टेंडर राशि 838 करोड़ से 156.31 करोड़ अधिक बढ़कर 994.31 करोड़ है.
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इपीसी मोड में बनेगा पुल.
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गांगेय डॉल्फिन अभयारण्य का मिल चुका है क्लीयरेंस.
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टेंडर वेल्यू से 3.75 प्रतिशत अधिक पर कार्य एजेंसी को मिला है पुल बनाने का काम.
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जहाज की आवाजाही को लेकर 100 मीटर स्पेन के फासले पर बनेगा पुल.
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994.31 करोड़ आयेगा पुल निर्माण पर खर्च
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1460 दिनों में ठेका एजेंसी को बनाकर तैयार करना होगा पुल.
नये फोरलेन पुल बनने से 21 साल पुराने विक्रमशिला सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा. साथ ही इस पुल की आयु भी बढ़ जायेगी. जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी. वर्तमान में खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, अररिया, भागलपुर, बांका सहित झारखंड व पश्चिम बंगाल के रास्ते आने-जाने वाली गाड़ियों का विक्रमशिला सेतु से आवागमन हो रहा है. लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है.