बर्दवान/पानागढ़, मुकेश तिवारी : मानसून पश्चिम बंगाल में आ गया है, जिससे सूबे के कई हिस्सों में बारिश होने लगी है. फलस्वरूप नदियों का जलस्तर बढ़ना स्वाभाविक है. इसलिए पूर्व बर्दवान में नदियों से बालू के खनन पर रोक लगा दी गयी है. यह निर्देश सोमवार शाम पूर्व बर्दवान जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय से जारी कर दिया गया. केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देशों और इसी (एनवायरनमेंट क्लियरेंस) की शर्तों के अनुसार मानसून में नदियों से बालू निकालना प्रतिबंधित है.
इस आदेश को लागू करने के लिए मंगलवार से अगले आदेश तक पूर्व बर्दवान में नदी की तलहटी से बालू निकालना निषिद्ध घोषित कर दिया गया है. अब इस आदेश को पूर्व बर्दवान के सभी पट्टाधारियों को मानना होगा. जिले में इस निर्देश के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जायेगा और खनन पट्टा लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा.
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जिला भू-राजस्व विभाग के सूत्रों की मानें, तो फिलहाल जिले के 86 पट्टाधारियों को यह नोटिस भेजा गया है. इसके अलावा, नदी से अस्थायी पुलों, संरचनाओं को तोड़ने या हटाने का निर्देश भी दिया गया है. आज सुबह से भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ गलसी, खंडघोष, बर्दवान सदरघाट, रायना, जमालपुर, बड़शूल, पल्लारोड आदि बालू घाटों का दौरा किया.
कई बालू घाट के पट्टाधारियों ने बताया कि निर्देश आने के बाद बालू खनन के लिए नदी तल पर रखे गये उपकरणों को खोलने व हटाने की प्रक्रिया चल पड़ी है. अजय व दामोदर नदी से बालू की आपूर्ति नहीं हो रही है. नतीजा यह हुआ कि इस दिन घाटों पर कोई वाहन नहीं आया. अलबत्ता, राज्य सरकार के निर्देशानुसार जमा किये गये बालू की आपूर्ति जारी रहेगी.
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