America: अमेरिका में रह रहे भारतीय मूल के Uber कैब ड्राइवर राजिंदर पाल सिंह उर्फ उर्फ जसपाल गिल पर 800 से ज्यादा भारतीयों को अवैध तरीके से अमेरिका में एंट्री दिलाने के आरोप में तीन साल से ज्यादा की सजा सुनाई गयी है. रिपोर्ट्स के अनुसार अमेरिका में अवैध तरीके से एंट्री दिलाने के लिए राजिंदर सिंह ने उबर कैब का इस्तेमाल किया था. इन्हीं आरोपों के तहत 49 वर्षीय राजिंदर को मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 45 महीने की सख्त सजा सुनाई गई है युवक पर आरोप लगाया गया कि उसने कनाडा बॉर्डर से भारतीय नागरिकों को अवैध तरीके से अमेरिका में एंट्री दिलाता था जिसके लिए वह काफी मोटी रकम बी वसूल करता था.
यूएस डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस ने अपने फैसले में कहा कि, स्मगलिंगगैंग के प्रमुख मेंबर के तौर पर राजिंदर पाल सिंह ने कनाडा से सैकड़ों भारतीय नागरिकों को सीमा पार कराई है. भारतीय नागरिकों को अवैध तरीके से बॉर्डर पार कराने के लिए वह 5,00,000 डॉलर्स से भी अधिक राशि वसूलता था. एक्टिंग यूएस अटॉर्नी टेसा एम. गोर्मन ने मामले पर रौशनी डालते हुए बताया कि, पिछले चार सालों के दौरान सिंह ने 800 से भी अधिक भारतीय नागरिकों को उत्तरी बॉर्डर और वाशिंगटन के जरिए अमेरिका में स्मगलिंग कराने में मदद की है.
कोर्ट ने फैसले के दौरान कहा कि, आरोपी राजिंदर सिंह की इस हरकत ने न केवल वाशिंगटन की सुरक्षा को खतरे में डाला है बल्कि, भारत से अमेरिका तक चलने वाली स्मगलिंग में लाए गए लोगों की सुरक्षा के लिए भी एक खतरा था. आरोपी राजिंदर ने अमेरिका में बेहतर जीवन की आस रखने वाले लोगों की उम्मीद को ठेस पहुंचाया है. केवल यहीं नहीं आरोपी ने उनपर 70 हजार अमेरिकी डॉलर्स का कर्ज का भी बोझ डाल दिया है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए राजिंदर के खिलाफ यह फैसला लिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो साल 2018 से राजिंदर सिंह और उसके सहयोगियों ने कनाडा के सिएटल एरिया में अवैध रूप से बॉर्डर पार करने वाले लोगों के लिए उबर का इस्तेमाल किया. साल 2018 से लेकर 2022 तक आरोपी ने करीबन 600 यात्राएं की. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो आरोपी के घर से 45,000 अमेरिकी डॉलर और कुछ नकली डॉक्युमेंट्स हासिल हुए. जांच से यह भी पता चला कि राजिंदर पाल सिंह भी गैर कानूनी रूप से ही अमेरिका में रह रहा था.