World Asteroid Day 2023: आज दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस (Asteroid Day) मनाया जा रहा है. 30 जून को ही इसे मनाने का एक बड़ा कारण भी है. इसे एस्टेरायड घटना की वर्षगांठ के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है जो कि रूस के साइबेरिया में तुंगुस्का नदी के पास हुआ था. इसे मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को उस संकट के बारे में जागरूक करना है जो ब्रह्मांड पर क्षुद्रग्रह के असर से हो सकता है.
संयुक्त राष्ट्र ने क्षुद्रग्रह के खतरे को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए 30 जून, 2017 से ‘अंतर्राष्ट्रीय क्षुद्रग्रह दिवस’ मनाने की घोषणा की थी. दरअसल, 30 जून 1908 को रूस की तुंगुस्का नदी के पास बहुत बड़ा विस्फोट हुआ था जिसे क्षुद्रग्रह के चलते धरती पर हुआ अब तक का सबसे बड़ा नुकसान बताया जाता है.
Asteroid Day मनाने का महत्व यह है कि क्षुद्रग्रह प्रभाव के चलते होने वाले खतरनाक प्रभाव को आम जनता तक पहुंचाना है. कई लोगों को यह भी नहीं पता है कि एक क्षुद्रग्रह क्या है और एक क्षुद्रग्रह घटना हमारी दुनिया में क्या विनाश ला सकती है. एस्टेरायड्स के संसाधनों का कैसे इस्तेमाल किया जाए इस दिन का मुख्य उद्देश्य यही है.
क्षुद्रग्रह छोटे चट्टानी पिंड हैं जो सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं. अधिकतर, वे मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच पाए जाते हैं लेकिन कुछ में अधिक विलक्षण कक्षाएँ होती हैं. तो, हम कहेंगे कि क्षुद्रग्रह चट्टानी-धातु की वस्तुएं हैं, जो आकार में कंकड़ के आयामों से लेकर लगभग 600 मील की दूरी तक होती हैं. वे इतने छोटे हैं कि उन्हें ग्रह नहीं माना जाता है लेकिन वे सूर्य की परिक्रमा करते हैं. उन्हें सौर मंडल के बचे हुए पदार्थ के रूप में जाना जाता है.