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बाबानगरी देवघर में किशमिश से महंगी हरी मिर्च, पश्चिमी सिंहभूम में गरीबों की थाली से गायब हो रही हरी सब्जी

झारखंड में सब्जियों की कीमतों में आग लग गयी है. बाबानगरी देवघर में हरी मिर्च की कीमत 250 रुपये हो गयी है. टमाटर की कीमत भी कई जिलों में 120 रुपये तक पहुंच गयी है. धनिया पत्ते की कीमत भी 100 रुपये के पार चली गयी है.

झारखंड में हरी मिर्च की कीमत किशमिश से ज्यादा हो गयी है. टमाटर भी आम से ज्यादा महंगा बिकने लगा है. मानसून के इस सीजन में सब्जी बाजार में ऐसी आग लगी है कि गरीबों की थाली से हरी सब्जियां गायब हो गयीं हैं. देवघर में एक किलो हरी मिर्च खरीदने के लिए 250 रुपये चुकाने पड़ रहे हैं. वहीं, चाईबासा में टमाटर 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. धनिया पत्ता की कीमत भी 100 रुपये के पार चली गयी है.

देवघर में किशमिश से महंगी हरी मिर्च

बाबानगरी देवघर के सब्जी बाजारों में इन दिनों हरी मिर्च व टमाटर का दाम आसमान पर पहुंच गया है. हरी मिर्च किशमिश से भी महंगी हो गयी है. बाजार में हरी मिर्च 250 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रही है, जबकि टमाटर 120 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है. हर वर्ष जून से अंतिम सप्ताह तक परवल की कीमतें भी 25 से 30 रुपये किलो हो जाता था, लेकिन यह भी 40 से 50 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है.

इस वजह से महंगी बिक रही हैं सब्जियां

देवघर सब्जी मार्केट के व्यापारियों के अनुसार, देवघर में रांची व पुरुलिया समेत कई इलाकों से हरी मिर्च व टमाटर की आपूर्ति होती थी, लेकिन इन दिनों हरी मिर्च व टमाटर की आपूर्ति घट गयी है. बताया जा रहा है कि पर्याप्त बारिश के अभाव में हरी मिर्च व टमाटर के उत्पादन में कमी आयी है, जिस कारण कीमतें बढ़ गयीं हैं. हालांकि, दो-तीन दिन में हुई बारिश से खरीफ में सब्जियों का उत्पादन अच्छी होने की उम्मीद बढ़ी है. जुलाई से दरों में कमी आने की संभावना है.

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पश्चिमी सिंहभूम में गरीबों की थाली से गायब हरी सब्जियां

पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में बरसात शुरू होते ही हरी सब्जियां गरीबों की थाली से दूर हो गयीं हैं. दरअसल, खेतों में पानी भरने से सब्जियों को नुकसान हुआ है. बाजार में सब्जियों की आवक घटने से कीमत चढ़ गयी है. टमाटर 120 रुपये प्रति किलो है. भिंडी, बीम्स व धनिया पत्ती भी 100 रुपये के पार हो गयी है. करेला अब 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. अदरक 300- 400 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. राहत है कि आलू-प्याज की कीमतें अभी स्थिर है.

आलू, बेसन और चना से चल रहा काम

हरी सब्जियों की कीमत बढ़ने से गृहिणियों की परेशानी बढ़ गयी है. सामान्य और गरीब वर्ग की थाली में गृहिणियां आलू का चोखा, बेसन और चने की सब्जियों का उपयोग कर रही हैं. आलू- चना, बेसन और मटर की सब्जियां बनायी जा रही हैं.

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बुंडू में टमाटर का भाव हुआ 120 रुपये

राजधानी रांची के बुंडू के शहरी क्षेत्र के हाट-बाजारों में हरी सब्जी की कीमतें काफी बढ़ गयीं हैं. यहां भी आम लोगों की थाली से हरी सब्जियां गायब होती जा रहीं हैं. टमाटर 120 रुपये प्रति किलो बिक रही है. मूली 40 रुपये, फूलगोभी 60 रुपये, परवल 50 रुपये, बोदी 40 रुपये, नेनुआ 40 रुपये, बैंगन 40 रुपये, केला 60 रुपये, कद्दू 40 रुपये, भिंडी 40 रुपये, करेला 45 रुपये, गाजर 40 रुपये, हरी मिर्च 100 रुपये, कोहड़ा 20 रुपये, पालक साग 30 रुपये, आलू और प्याज 20-20 रुपये की दर से बिक रहे हैं.

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