July 2023 Vrishchik Rashifal: जुलाई 2023 का प्रारंभ हो चुका है. साल के सातवें महीने में लोग नई उपलब्धियों, संभावनाओं और उम्मीदों की ओर देख रहे हैं. इस माह में जातकों का का मासिक राशिफल कैसा रहेगा, इसके बारे में बता रहे हैं राशि वालों की किस्मत चमकने वाली और किसे थोड़ी और चुनौतियों का सामना करना है, इसे जानने के लिए जुलाई 2023 का मासिक राशिफल
जुलाई 2023 के मासिक राशिफल के अनुसार, इस माह छठे भाव में राहु की मौजूदगी से इस राशि के जातक दृढ़ इच्छाशक्ति एवं संकल्प के साथ प्रयास को जारी रख सकेंगे और सभी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकेंगे. इसके साथ ही छठे भाव में राहु इन जातकों को स्वास्थ्य में अच्छे परिणाम देगा, लेकिन साथ ही चिंता भी इन जातकों को सता सकती है.
जुलाई 2023 का मासिक राशिफल के अनुसार, वृश्चिक राशि के जातकों को इस माह करियर के क्षेत्र में मिले जुले परिणाम प्राप्त होंगे, क्योंकि इस माह शनि आपके चौथे भाव में मौजूद होगा, जिसके चलते जातकों को किसी भी कार्य को पूरा करने के लिए देरी का सामना करना पड़ सकता है. जातक को अपने काम में ध्यान केंद्रित करने की जरूरत होगी. वरना काम में गलतियां होने की संभावना हो सकती है.
जुलाई 2023 के मासिक राशिफल के अनुसार, आर्थिक जीवन में आपको इस माह मिले जुले परिणाम मिलेंगे. यानी लाभ के साथ साथ आपके खर्चें भी बढ़ सकते हैं. इस माह बृहस्पति आपके छठे भाव में मौजूद है, जिसके कारण आपके खर्चों में वृद्धि आ सकती है. कई बार खर्चे इतने बढ़ सकते हैं कि स्थिति पर नियंत्रण कर पाना मुश्किल हो सकता है और ऐसे में आपको कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.
जुलाई 2023 के मासिक राशिफल के अनुसार, इस माह राशि के जातक बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखनें में सक्षम हो सकते हैं, लेकिन इसके साथ ही छठे व दूसरे भाव के स्वामी के रूप में बृहस्पति पांचवें भाव में मौजूद होंगे. बता दें कि शनि पहले से ही चौथे भाव में मौजूद है और ऐसे में स्वास्थ्य के मोर्चे में जातक सुख सुविधाओं की कमी महसूस कर सकते हैं.
जुलाई 2023 के मासिक राशिफल के अनुसार, प्रेम और वैवाहिक जीवन के मोर्चे से इस माह आपको सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि शनि आपके चौथे भाव में मौजूद है और ऐसे में प्रेम और वैवाहिक जीवन में यह समय कुछ खास अवसर प्रदान नहीं करेगा.
जुलाई 2023 के मासिक राशिफल के अनुसार, जातकों को पारिवारिक जीवन के मोर्चे पर अच्छे परिणाम प्राप्त होने की संभावना कम है, क्योंकि इस माह बृहस्पति दूसरे भाव के स्वामी के रूप में छठे भाव में मौजूद हैं.
• प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें.
• रोजाना 108 बार “ॐ केतवे नमः” मंत्र का जाप करें.
• हर रोज “ॐ मांडया नमः” मंत्र का 41 बार जाप करें.