अलीगढ़ में कोर्ट के आर्डर को हवा में उड़ाने और फर्जी एसडीएम को पंचायत कर थाने से छोड़ देने के आरोप में थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया. थाना खैर प्रभारी बृजेश कुमार सिंह पर लापरवाही के आरोप के चलते एसएसपी कला निधि नैथानी ने शंट कर दिया. वहीं थाना बरला इंचार्ज सुबोध कुमार को प्रभारी निरीक्षक खैर बनाया गया है. फर्जी एसडीएम प्रकरण जिले में चर्चा का विषय बना था.
दरअसल एक माह तक हाईकोर्ट द्वारा पुराने अपहरण, फिरौती से संबंधित मुकदमे में जारी कुर्की के आदेश को तामील न करने से संबंधित लापरवाही पाई गई. जिसके चलते खैर प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार और संबंधित हल्का प्रभारी दारोगा हरपाल सिंह को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया. वहीं कुछ दिनों पहले फर्जी एसडीएम प्रकरण में देरी से मुकदमा लिखने और कई दिन बाद रिमांड बनवाने के प्रकरण में भी पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की जांच में दोषी पाएं जाने पर एसएसपी ने प्रभारी निरीक्षक पर विभागीय कार्रवाई प्रचलित कर दी है.
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बता दें कि समाधान दिवस पर फर्जी एसडीएम बनकर आया युवक पकड़ा गया था. उसी दिन उच्चाधिकारियों ने मुकदमे के निर्देश दिए थे. बावजूद इसके अगले दिन बिना मुकदमा दर्ज किए शांति भंग में चालान किया गया था. वहीं जब उसे एसडीएम के समक्ष पेश किया तो वहां उसका रिमांड नहीं लिया गया. यह मामला एसएसपी तक पहुंच गया.
खैर थाना प्रभारी बृजेश कुमार की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए. पहले तो उच्चाधिकारियों के निर्देश के बावजूद मुकदमा दर्ज करने में देरी करने और उसे बाद में नोटिस थमा कर थाने से छोड़ दिया गया. इस मामले की जांच एसएसपी ने एसपी ग्रामीण पलाश बंसल को सौंपी थी एसपी ग्रामीण की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी कला निधि नैथानी ने थाना प्रभारी खैर बृजेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया.
रिपोर्टः आलोक, अलीगढ़