योगदा सत्संग शैक्षणिक परिसर, जगन्नाथपुर, रांची में सभा भवन एवं बहुद्देशीय कक्ष और एक नया विद्यालय बनकर तैयार हो गया है. इसका उद्घाटन शनिवार को केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव करेंगे. वहीं लोकार्पण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा किया जायेगा. यहां निर्धन एवं जरूरतमंद बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शैक्षणिक सुविधाएं दी जायेंगी. कई आदिवासी बच्चे भी इन शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययन करते हैं. विद्यार्थियों को नियमित अकादमिक शिक्षा के साथ-साथ योग, खेल, नाटक और अन्य पाठ्येतर क्रियाकलापों का प्रशिक्षण भी दिया जाता है.
नये भवन का निर्माण भारत सरकार की मदद से किया गया है, जिसकी लागत आठ करोड़ रुपये है. नये भवन में एक अत्याधुनिक सभा भवन और बहुद्देशीय कक्ष है, जिसमें एक हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है. प्रथम तल पर दस हजार वर्ग फीट का एक कक्ष और भूतल पर दो हजार वर्ग फीट के पांच कक्ष हैं. जिनका उपयोग कक्षाओं के रूप में भी किया जायेगा. इसके अलावा नये विद्यालय में प्रशासनिक भवन, कंप्यूटर एवं विज्ञान प्रयोगशाला, समकालीन सुविधाओं के साथ एक नया पुस्तकालय भवन, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) भवन व शौचालय है.
इसके अतिरिक्त वाइएसएस भक्तों के उदारतापूर्ण अनुदानों के माध्यम से कुछ अन्य भवनों का निर्माण किया गया है और कुछ आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था की गयी है. छह-छह कक्षाओं के चार समूह (कुल 24 कक्षाएं) हैं. इन कक्षाओं का निर्माण एक विशिष्ट योजना के अनुसार किया गया है.
ब्रह्मचारी एकत्वानंद ने बताया कि चार वर्ष पूर्व, भारत सरकार की राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति (एनआइसी) ने गुरुदेव श्री श्री परमहंस योगानंदजी की 125वीं जयंती मनायी थी. एनआइसी के तत्वावधान में संस्कृति मंत्रालय ने पूरे भारत में श्री श्री परमहंस योगानंदजी के संदेश के प्रसार में मदद के लिए अनेक उपक्रमों को स्वीकृति दी थी. जिसके तहत योगदा सत्संग विद्यालय के लिए नया भवन परिसर, बड़ा सभागार और बहुद्देशीय कक्ष का निर्माण करना था. इसका उपयोग योगदा सत्संग शैक्षणिक परिसर, जगन्नाथपुर, रांची में स्थित महाविद्यालय और विद्यालय दोनों के लिए किया जा सकेगा.
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