वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने शनिवार को भारत में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने की दौड़ से बाहर होने के बाद अपने खिलाड़ियों के रवैये और उनकी तैयारी पर सवाल उठाये. दो बार की विजेता वेस्टइंडीज 48 साल में पहली बार 50 ओवर के विश्व कप का हिस्सा नहीं होगी जिसकी शुरुआत 1975 से हुई थी. शनिवार को सुपर सिक्स मैच में स्कॉटलैंड से मिली सात विकेट की हार के बाद कैरेबियाई टीम विश्व कप से क्वालीफाई करने की दौड़ से बाहर हो गयी. उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से निराशाजनक प्रदर्शन किया.
कप्तान ने खिलाड़ियों पर लगाया बड़ा आरोप
होप ने वेस्टइंडीज के बाहर होने के बाद प्रसारक से कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो मैं सिर्फ एक चीज पर ही ऊंगली नहीं उठा सकता. हमने निश्चित रूप से टूर्नामेंट में खुद को निराश किया.’ उन्होंने कहा, ‘यह वास्तव में रवैये की बात है. हमने हर बार अपना शत प्रतिशत नहीं दिया, हमने ऐसा सिर्फ टुकड़ों में किया. मुझे लगता है कि क्षेत्ररक्षण रवैये की बात है, कैच छूट जाते हैं, खराब क्षेत्ररक्षण होता है लेकिन यह खेल का हिस्सा होता है.’
बिना तैयारी के अच्छी टीम की उम्मीद नहीं कर सकते
होप ने कहा, ‘यह नींव से शुरु होता है, हमारी अपनी सरजमीं पर तैयारियां बेहतर होनी चाहिए थीं. हम बिना तैयारी के यहां आकर अच्छी टीम की उम्मीद नहीं कर सकते. आप उम्मीद नहीं कर सकते कि सुबह उठकर यह टीम अचानक अच्छी हो जायेगी.’ होप ने टूर्नामेंट में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्होंने नेपाल के खिलाफ 132 रन की पारी खेली थी. उन्होंने कहा, ‘हमें निश्चित रूप से अपनी पारी शुरु करने के बारे में देखने की जरूरत है. हम जानते थे कि यह चुनौतीपूर्ण होगा. टॉस हमेशा महत्वपूर्ण होता है लेकिन हम शुरू में इससे निपटने का तरीका ढूंढने की जरूरत थी.’
जीत की राह पर लौटना चाहेंगे
वेस्टइंडीज के दो और मैच बचे हैं लेकिन इनका नतीजा मायने नहीं रखेगा. लेकिन कप्तान विकेटकीपर ने कहा कि टीम बचे हुए अंतिम मैचों में अपना बेहतर करने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा, ‘हमारे दो और मैच बचे हैं और हमें जीत की राह पर लौटने का तरीका ढूंढने की जरूरत हैं. टीम में प्रतिभा है, लेकिन हमें निरंतर प्रदर्शन करने की जरूरत है.’