Bihar News: बिहार के आरा में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा हत्याकांड के मुख्य गवाह कमल किशोर मिश्र की हत्या के मामले का अभियुक्त उमाशंकर मिश्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. भोजपुर एसपी के द्वारा गठित टीम ने आरा के रमना मैदान से इसे गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गये उमाशंकर मिश्र पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा गया था. एसटीएफ व भोजपुर पुलिस काफी सालों से उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी. पेरोल पर जेल से निकले उमाशंकर मिश्र पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था.
इस कांड का खुलासा करते हुए भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कारनामेपुर ओपी थाना क्षेत्र के सोनवर्षा बाजार पर विशेश्वर ओझा हत्याकांड के मुख्य गवाह कमल किशोर मिश्र की हत्या के मामले में फरार चल रहे उमाशंकर मिश्र के बारे में जानकारी मिली थी. अभियुक्त चोरी छुपे अपने वकील से मिलने आरा जा रहा था. इसके बाद तत्काल एक टीम का गठन हुआ. इस दौरान पुलिस ने रमना मैदान के पास घेराबंदी की. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
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उमाशंकर मिश्र पर पुलिस मुख्यालय द्वारा 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. एसपी ने बताया कि पकड़ा गया उमाशंकर मिश्र एक कुख्यात अपराधी है. हत्या, आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में इसकी तलाश थी. बताया जा रहा है कि 50 हजार रुपये का इनामी वांटेड उमाशंकर मिश्र को न्यायालय से थोड़ी राहत मिली थी. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर वह पेरोल से बाहर आया था और अपने घर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. जिसके बाद से उसकी तलाश बिहार के एसटीएफ एवं भोजपुर पुलिस की विशेष टीम कर रही थी. 28 सितंबर 2018 को भाजपा के नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के मुख्य गवाह कमल किशोर मिश्र की शाहपुर थाना क्षेत्र के कारनामेपुर ओपी स्थित सोनवर्षा बाजार पर अपराधियों ने अंधाधूंध फायरिंग कर गोलियों से भुन कर हत्या कर दी थी.