रोशन कुमार, गया. बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री सह बेलागंज विधायक डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव ने गया एसएसपी आशीष भारती को पत्र भेज कर अपनी हत्या की आशंका जतायी है. एसएसपी ने इसे गंभीरता से लिया और रविवार को रामपुर थाने में धनवंत सिंह राठौर के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.
एसएसपी को भेजे पत्र में सहकारिता मंत्री ने बताया है कि क्षत्रिय सेवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर ने उनकी हत्या के लिए उकसाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाला है. राठौर ने अपने वक्तव्य में उन्हें अपराधी बताते हुए यह सार्वजनिक घोषणा की है कि जो व्यक्ति इस कृत्य (डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव की हत्या) को अंजाम देगा, उसे 11 करोड़ रुपये की राशि इनाम स्वरूप दी जायेगी. इससे यह प्रतीत होता है कि धनवंत सिंह राठौर को भारतीय संविधान व कानून व्यवस्था में विश्वास नहीं है और वह प्राण व दैहिक स्वतंत्रता का हनन करने वाला आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है. राठौर को पूर्व में भी जेल की सजा भी हो चुकी है. राज्य के एक वर्तमान मंत्री के विरुद्ध इस प्रकार की सार्वजनिक घोषणा प्रदेश की कानून व्यवस्था को गंभीर चुनौती है. इसका समुचित प्रत्युत्तर देना अनिवार्य है, ताकि जन सामान्य के मन में भी प्रशासन के प्रति विश्वास व सुरक्षा की भावना बनी रहे.
सहकारिता मंत्री ने अपने पत्र के जरिये एसएसपी को बताया है कि वह लोकप्रिय जनसेवक हैं. वह अपने विधानसभा क्षेत्र से लगातार सात बार विधायक व एक बार सांसद निर्वाचित हो चुके हैं. उनकी लोकप्रियता के द्वेष से पूर्व में भी उन पर जानलेवा हमला हो चुका है. वह बाल-बाल बचे हैं. इससे संबंधित प्राथमिकी बेलागंज थाने में दर्ज है. इसके अतिरिक्त कई संगठनों द्वारा भी उन्हें जान मारने की धमकी भी दी गयी है. इसकी प्राथमिकी रामपुर थाने में दर्ज है. उनका विधानसभा क्षेत्र उग्रवाद व नक्सलवाद प्रभावित है. पूर्व में गया लोकसभा क्षेत्र के निर्वाचित दो सांसद ईश्वर चौधरी व राजेश कुमार की हत्या उग्रवादियों द्वारा की जा चुकी है. अब उनकी हत्या के लिए सार्वजनिक रूप से लोगों को उकसाया जा रहा है. उन्हें आशंका है कि उनकी हत्या भी न कर दी जाये. मंत्री ने एसएसपी से मांग की है कि धनवंत सिंह राठौर के विरुद्ध शीघ्र ही कठोर कार्रवाई की जाये. साथ ही ऐसे उकसाने वाले वीडियो को तत्काल ही सोशल मीडिया से विलोपित किया जाये. उनके व उनके परिवार की जानमाल की सुरक्षा प्रदान करने का दायित्व प्रशासन के ऊपर है. इसके लिए अतिशीघ्र अतिरिक्त व उपयुक्त सुरक्षा उपलब्ध करायी जाये.
एसएसपी के आदेश पर सहकारिता मंत्री को मिली धमकी के मामले में 66 आइटी एक्ट व धारा 115 व 120 बी के तहत रामपुर थाने में पटना के कंकड़बाग-एमआइजी 76 के रहनेवाले क्षत्रिय सेवा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनवंत सिंह राठौर के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. इस मामले की छानबीन करने की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस पदाधिकारी को सौंपी है. इस मामले की वैज्ञानिक जांच को लेकर एसएसपी ने एक विशेष टीम का गठन किया है. इसमें सिटी एसपी हिमांशु, सिटी डीएसपी पारसनाथ साहू व टेक्निकल सेल के पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया है.