Sawan 2023: देवाधिदेव महादेव भगवान शंकर की पूजन का माह श्रावण मंगलवार से शुरू हो रहा है. इस बार सावन दो माह का होगा. चार जुलाई से से शुरू होने वाले सावन माह में बाबा भोले की आराधना के लिए भक्तों ने तैयारी कर ली है. कांवर सजने लगे हैं. सावन के पहले दिन जल उठाने के लिए कांवरियों का जत्था सुल्तानगंज के लिए रवाना हो चुका है. कोयलांचल में हर ओर बोल बम गूंजने लगा है. सुल्तानगंज जाने से पहले कांवरियों का जत्था शिवालयों में पहुंचकर पूजा अर्चना की. बाबा भोलेनाथ से यात्रा सफल करने के लिए नतमस्तक हुए. बाबा के भक्तों पर भगवा रंग चढ़ने लगा है. बाजार में केसरिया कपड़े गमछे, बाघछाला कपड़े की बिक्री शुरू हो गयी है. सावन का महीना पूरी तरह महादेव को समर्पित रहता है. शास्त्रों में वर्णित है की पूरे सावन बाबा भोलेनाथ धरती पर रहते हैं. अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं. सच्चे मन से की गयी आराधना को स्वीकार कर मनवांछित फल देते हैं.
सावन को लेकर कोयलांचल के शिवालयों से लेकर बाजार तक में विशेष तैयारी की गयी है. अधिकमास लगने के कारण सावन में आठ सोमवार पड़ेंगे. पंडित गुणानंद झा ने बताया कि इस बार सावन 59 दिनों का होगा. पहली सोमवारी 10 जुलाई को व अंतिम सोमवारी 28 अगस्त को होगी. 31 अगस्त को सावन पूर्णिमा है. अधिकमास 18 जुलाई से प्रारंभ होगा, जिसका समापन 16 अगस्त को होगा. 10 व 17 जुलाई को पड़ने वाला सोमवारी शुद्ध मानी जायेगी. इसके बाद 24, 31 जुलाई 7 व 14 अगस्त की सोमवारी अधिकमास की होगी. फिर 21 व 28 अगस्त की सोमवारी शुद्ध होगी.
शक्ति मंदिर के प्रबंधक ब्रजेश मिश्रा ने बताया कि अन्य दिन सुबह पांच से 11 बजे तक मां का दरबार खुला रहेगा. सोमवार को सुबह पांच से 12 बजे तक दरबार रहेगा. भूईफोड़ मंदिर में सुबह पांच बजे मंदिर का पट भक्तों के लिए खोल दिये जायेंगे. पूरे सावन यही समय रहेगा. सोमवार को विशेष पूजा-अर्चना की जायेगी. श्री श्री 1008 बाबा भूतनाथ महादेव मंदिर, मटकुरिया में पूरे सावन बाबा का विशेष शृंगार किया जायेगा. मंदिर की साज-सज्जा की जायेगी. मंदिर कमेटी के सरोज कुमार ने बताया कि सावन में मंदिर सुबह चार बजे खुल जायेगा.
धनबाद बस एसोसिएशन की ओर से सुल्तानगंज जाने वाले भक्तों के लिए एक स्पेशल बस चलाने की योजना बनायी गयी है. बस धनबाद से सुल्तानगंज के लिए शाम के सात बजे खुलेगी. एसी स्पेशल बस का किराया 600 होगा और नॉन एसी बस का किराया 500 रुपये होगा. भक्तों की संख्या बढ़ेगी और भी बस चलाये जायेंगे. वहीं धनबाद सेदेवघर के लिए सुबह पांच बजे से शाम चार बजे तक 10-12 बसें खुलती है.
सावन को लेकर बाजार में फलों के दाम बढ़ गये हैं. चार पांच दिन पहले तक लंगड़ा आम 50 रुपये किलो बिक रहा था. वही आम अब सौ से 120 रुपये किलो बिक रहा है. चौसा आम साठ रुपये, दशहरी आम साठ रुपये, सेव 240 रुपये किलो, सिंगापुरी केला साठ रुपये, चिनिया केला 50 रुपये दर्जन, अमरूद 80 से सौ रुपये किलो बिक रहा है. वहीं छोटा नारियल 30 रुपया व बड़ा नारियल 40 रुपये पीस मिल रहा है.
सावन माह में लगन बाजार बंद रहने के कारण फूल कारोबारियों में थोड़ी निराशा रहती है. लेकिन महादेव की पूजा अर्चना के लिए भक्तों द्वारा फूल, बेलपत्र खरीदे जाते हैं. रूद्राभिषेक के लिए भी काफी मात्रा में रजनीगंधा, गुलाब के फूल खरीदे जाते हैं. इससे कारोबिरयों में आस रहती है. फूल कारोबारी राजेश मालाकार कहते हैं सोमवार के दिन अधिक मात्रा में फूल की बिक्री होती है.
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चार जुलाई से सावन प्रारंभ हो रहा है. सावन आने से पहले से ही कोयलांचल के बाजारों में हरी चूड़ियां, बिंदी, मेहंदी, हरी साड़ियां व सूटस का कलेक्शन आ चुका है. सुहागिनें व युवतियों ने खरीदारी शुरू कर दी है. पूरे सावन कांच की चूड़ियां व हरी बिंदी का क्रेज बना रहेग. चूड़ी व कपड़ों के कारोबारियों का कहना है कि चूड़ियां व हरे कपडों की डिमांड रहती है. हमें तीन से चार लॉट माल मंगाने होते हैं. हरा चूड़ा सेट, हरी कांच की सदा बहार प्लेन व कामदार चूड़ियां, लाह का बाला, जयपुरी फैंसी चूड़ियां, मल्टीपल चूड़ियां का सेट, चूड़ा लहठी सेट उपलब्ध हैं. प्लेन व फैंसी हरी बिंदी की खरीदारी अभी से शुरू हो चुकी है.
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प्लेन कांच की चूड़ी 30, कामदार 35 रुपये डिब्बा
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कांच की 12 पीस फैशनेबल चूड़ियों का सेट 100 रुपये
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जयपुरी फैंसी बैंगल 100 से 150 रुपये
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लाह का बाला 150 से 300
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ग्रीन चूड़ा सेट 300 रुपये
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लहठी चूड़ा सेट 550 रुपये
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प्लेन बिंदी 10 रुपये पत्ती
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फैंसी बिंदी 20 रुपये पत्ती
ग्रीन साड़ियों की मांग
सावन में महिलाएं ग्रीन साड़ियों की डिमांड कर रहीं हंै. हीरापुर के व्यवसायियों का कहना है कि हमारा माल आ चुका है. इस बार महिलाएं लहरिया व बंधेज हरी साड़ियों की डिमांड अधिक कर रही हैं. साड़ियों में दसवटा शिफॉन साड़ी, लहरिया शिफॉन साड़ी, डोला ,सिल्क साड़ी, चंदेरी सिल्क साड़ी, ऑर्गेंजा साड़ियां की डिमांड ज्यादा है. हरी, ऑरेंज व पीली साड़ियों की डिमांड अधिक है. हरे सूटस, प्लाजो कुर्ती व गरारा सूट की डिमांड है.
साड़ियां व कीमत
बंधेज : 2500 से 5000 रुपये
दसवटा शिफॉन : 2000 से 4000
लहरिया शिफाॅन : 1500 से 3000
डोला सिल्क : 1000 से 4000
ऑर्गेंजा : 1000 से 3000 हजार रुपये