पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा के बाद से ही हिंसा की घटनाएं घटनी शुरु हो गई है. पंचायत चुनाव में महज कुछ दिन ही बचा है और बंगाल हिंसा की आग में सुलगता नजर आ रहा है . गौरतलब है कि दक्षिण 24 परगना के कैनिंग और बासंती के बाद भांगड़ में टीएमसी और आईएसएफ कार्यकर्ता के बीच झड़प की घटना सामने आई है. इस दौरान बमबाजी की घटना भी घटी है. घटना स्थल पर बड़ी संख्या में रैफ तैनात किये गये है.
मिली जानकारी के अनुसार भांगड़ इलाके में बमबारी के साथ ही लोगों के घरों तोड़-फोड़ की घटना सामने आई है. घटना की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल इलाके में पहुंचा, लेकिन काफी देर तक अंदर नहीं घुस सका. काफी मशक्क्त के बाद पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया. आईएसएफ ने घटना में पक्षपात का आरोप लगाया है. उनकी शिकायत के मुताबिक पुलिस आईएसएफ जवानों को गिरफ्तार कर रही है. इलाके में कई बार टीएमसी और आईएसएफ कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष की घटना घट चुकी है. अब तक केवल दक्षिण 24 परगना में 5 लोगों की मौत हो चुकी है.
इस बीच, कुलतली में तृणमूल प्रत्याशी कुतुबुद्दीन घरामी को गोली मारने का आरोप लगा है. सीपीआईएम और एसयूसीआई के उपद्रवियों पर आरोप लगाया गया है. सूचना मिलने पर कुलतली थाने की पुलिस ने घटनास्थल से तृणमूल प्रत्याशी को बचाया.तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता को तुरंत इलाज के लिए जॉयनगर-कुलतली ग्रामीण अस्पताल भेजा गया.
Also Read: बंगाल : साल में 22 बार तक विदेश गये कई प्रभावशाली लोग इडी जांच के दायरे में
राज्यपाल के लौटते ही बासंती में फिर गोली चलाने घटना से इलाके में उत्तेजना का माहौल बना हुआ है. अब नफरगंज पंचायत क्षेत्र का चौरंगी चौराहा पर कथित तौर पर देर रात वहां बासंती ब्लॉक के तृणमूल नेता दुलाल मंडल पर गोलियां चलायी गयीं. बदमाशों ने दो राउंड फायरिंग की. हालांकि वह गोली लगने से बच गया, लेकिन खगेन खुटिया उर्फ फरिंग नामक एक तृणमूल समर्थक गोलीबारी में घायल हो गया. उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है.
Also Read: West Bengal Breaking news : पंचायत चुनाव को लेकर कालना में अभिषेक की सभा 5 जुलाई को