आगरा. ताजमहल के पार्किंग एरिया में एक लैब्राडोर की दम घुटने से मौत हो गई. यह डॉग हरियाणा के हिसार निवासी एक पर्यटक का था. मालिक पार्किंग में अपनी कार के अंदर पालतू डॉग को जंजीर से बांधकर ताज महल देखने गया था. उमस भरे मौसम में जानवर दो घंटे से अधिक समय तक बंद रहा. कार के अंदर न तो हवा थी और न ही पानी.घटना का वीडियो एक स्थानीय व्यक्ति ने शूट किया था. सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद नेटिज़न्स घटना की व्यापक निंदा कर रहे हैं.
आगरा पुलिस से मामले की जांच करने की बात कही है. आगरा पुलिस ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि ”संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.कार मालिक के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.ताजगंज के एसएचओ देवेन्द्र शंकर पांडे ने मीडिया को जानकारी दी कि “ पार्किंग ठेकेदार की शिकायत के आधार पर सोमवार को हरियाणा के हिसार जिले के निवासी कार मालिक अजय कुमार के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. मौत का सही कारण पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है.
मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ऐसा लगता है कि कुत्ते के गले में बंधी चेन कार के हैंडब्रेक में उलझ गई, जिससे उसकी गला घुटने से मौत हो गई.गर्मी और उच्च आर्द्रता से परेशान होकर,पालतू जानवर ने वाहन के अंदर संघर्ष किया होगा और बाहर आने की कोशिश की होगी. घटना के एक कथित वीडियो में पीछे की सीट के पैर की जगह पर मृत कुत्ते के साथ बंद हुंडई i20 दिखाई दे रही है. पुलिस ने कहा कि घटना स्मारक के पश्चिमी गेट पार्किंग स्थल पर हुई. संयोग से, पालतू जानवरों को ताज परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं है. मामले में शिकायत दर्ज कराने वाले पार्किंग ठेकेदार गज्जू प्रधान ने कहा, ‘वाहन में दो महिलाओं समेत चार लोग एक कुत्ते के साथ थे. उन्होंने दोपहर 12 बजे के आसपास अपनी कार पार्क की, और कुत्ते को अंदर बंद कर दिया और एक तरफ की पिछली खिड़की थोड़ी खुली हुई थी.
पार्किंग अटेंडेंट और एक गाइड ने उनसे डॉग को बाहर छोड़ने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने इसे नजरअंदाज कर दिया. जब वे दो घंटे बाद लौटे, तो जानवर पहले ही मर चुका था. पालतू जानवर के मालिक के लापरवाह व्यवहार की निंदा करते हुए पशु अधिकार कार्यकर्ता विनीता अरोड़ा ने कहा, यह एक निर्मम हत्या है. आरोपी पर आईपीसी की धारा 429 (जानवरों को मारना या विकलांग करना) लगाया जाना चाहिए. मानदंडों के अनुसार, पालतू जानवर को जंजीर से बांधना क्रूर और दुर्व्यवहार का विषय है. यहां कुत्ते को सबसे प्रतिकूल मौसम की स्थिति में एक बंद कार के अंदर जंजीर से बांध दिया गया था. अरोड़ा भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त एक गैर सरकारी संगठन कैस्पर होम चलाती हैं.