Lucknow : राजधानी लखनऊ मरीजों को टेलीमेडिसिन से विशेषज्ञ डॉक्टरों की सलाह मुहैया कराने में प्रदेश में आठवें स्थान पर है. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आने वाले मरीजों को टेलीमेडिसिन से सलाह मुहैया कराई गई है. वहीं हमीरपुर पहले, जालौन दूसरे और गाजियाबाद तीसरे स्थान पर हैं. यहां 97 फीसदी मरीजों को टेलीमेडिसिन से सलाह उपलब्ध कराई गई है. यह तथ्य स्वास्थ्य विभाग की टेलीमेडिसिन सेवा के साप्ताहिक मूल्यांकन में सामने आए हैं.
प्रदेश के सभी जिलों में टेलीमेडिसिन सेवा चल रही है. स्वास्थ्य विभाग ने 70 से 80 फीसदी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को टेलीमेडिसिन से जोड़ रखा है. लखनऊ में 176 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसिन की सुविधा है. टेलीकंसल्टेंसी के माध्यम से 93 फीसदी मरीजों को विशेषज्ञ डॉक्टरों से सलाह दिलाई गई. सात प्रतिशत मरीजों को किन्ही कारणों से सलाह नहीं मिल सकी. डॉक्टर की सलाह पर मरीजों को मुफ्त जांच और दवाएं मुहैया कराई गई.
साप्ताहिक मूल्यांकन सूची में हमीरपुर पहले, जालौन दूसरे और गाजियाबाद तीसरे स्थान पर है. हापुड़ चौथे और वाराणसी पांचवें स्थान पर हैं. यहां आने वाले 96 फीसदी मरीजों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से विशेषज्ञों को सलाह मिली. फर्रुखाबाद 95 फीसदी मरीजों को टेलीमेडिसिन से इलाज देकर छठे स्थान पर है. गौतम बुद्ध नगर सातवें स्थान पर है. यहां 94 फीसदी मरीजों को इलाज मिला. फतेहपुर में 91 फीसदी और मेरठ के स्वास्थ्य उपकेंद्र में आने वाले 87 प्रतिशत मरीजों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से लाभ मिला.
वहीं, गोंडा सबसे पीछे है. यहां 297 स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं. इनमें आने वाले 39 फीसदी मरीजों को ही टेलीमेडिसिन से इलाज मिल सका. अम्बेडकरनगर में 252 सेंटर में महज 41 प्रतिशत मरीजों को ही टेलीमेडिसिन सेवा का लाभ मिल सका. उसके बाद इटावा है. यहां 137 केंद्रों में 44 प्रतिशत मरीजों को इलाज मिल सका. संभल में 215 सेंटर हैं. इसमें 54 प्रतिशत मरीजों को इलाज मिल सका.