लोगों को येलो फीवर का टीका जल्द ही रिम्स में मिलने लगेगा. बुधवार को केंद्र सरकार की ओर से रीजनल हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर अधिकारी डॉ कैलाश कुमार ने रिम्स पहुंचे. उन्होंने टीम के साथ सेंटर खोलने को लेकर निरीक्षण किया. अब सर्टिफिकेशन मिलते ही रिम्स में येलो फीवर वैक्सीनेशन की शुरुआत हो जायेगी. बता दें कि एक खास प्रजाति के मच्छर से येलो फीवर यानी पीत ज्वर फैलता है. विदेश (खासकर अफ्रीका और साउथ अमेरिका) जाने से पहले इसके वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है.
रिम्स के निदेशक डॉ आरके गुप्ता ने कहा कि येलो फीवर वैक्सीनेशन की शुरुआत के लिए टीम ने निरीक्षण किया. रिम्स के पीएसएम विभाग में दो कमरे का आवंटन किया गया है.
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येलो फीवर वायरस से उत्पन्न एक तीव्र हैमरैजिक रोग है, जो मनुष्यों में संक्रमित मच्छर के काटने से होता है. रोग के नाम में येलो शब्द पीलिया की ओर संकेत करता है, कुछ रोगियों में इसका लक्षण दिख जाता है. यह पूरे शरीर को प्रभावित करता है.