झारखंड समेत पूरे देश में केंद्र सरकार ने किसानों की सुविधा को ध्यान में रखकर स्मार्ट केसीसी खातों को बदलकर रूपे कार्ड बनवाना अनिवार्य कर दिया. लेकिन राज्य के किसान अब भी स्मार्ट नहीं हो सके हैं. इसका खुलासा राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति की हालिया रिपोर्ट से हुआ है.
आंकड़ों की मानें तो राज्य में केसीसी खाता धारकों की संख्या 13 लाख 46 हजार 145 है. इनमें से 9 लाख 45 हजार 224 खाता धारक रूपे कार्ड बनवा चुके हैं. हालांकि इनमें से 6 लाख 22 हजार खातों में ही रुपे कार्ड सक्रिय हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि क्रेंद्र सरकार चाहती है कि राज्य के किसान स्मार्ड कार्ड का इस्तेमाल एटीएम और प्वॉइंट ऑफ सेल पर भी कर सकें.
जिन केसीसी धारक किसानों के पास रूपे कार्ड नहीं है उन्हें खाते में आयी राशि निकालने में बड़ी परेशानी हो रही है. ऐसे किसानों को बैंक जाकर ही पैसा निकालना पड़ रहा है. अगर उन्हें स्मार्ट कार्ड मिल जाए तो वे किसी भी एटीएम का इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके अलावा अगर वो किसी भी सामान की खरीदारी करते हैं तो वे पीओएस मशीन से भी बिल का भुगतान कर सकेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक केसीसी डेयरी के लिए बैंकों को 7001 आवेदन आये. इनमें से 3535 आवेदनों को ऋण की स्वीकृति दी गयी है. वहीं, 2952 आवेदन निरस्त कर दिये गये. इसके अलावा केसीसी फिशरीज के लिए 2228 आवेदन आए. इनमें से 1265 को स्वीकृति को स्वीकृति और 801 को निरस्त कर दिया गया.