Pehla Sawan Somwar 2023: इस साल पहला सावन सोमवार 10 जुलाई को है. पहले सावन सोमवार के दिन सुकर्मा योग और रेवती नक्षत्र है. दरअसल, इस बार सावन में कुल आठ सोमवार पड़ने वाले हैं. सावन के पहले सोमवार के दिन पंचक लग रहा है तो मन में सवाल उठता है की क्या इस दिन रुद्राभिषेक किया जा सकता है. आइए जानते हैं सावन के पहले दिन रुद्राभिषेक करने का शुभ मुहूर्त और जरुरी बातें
वैदिक पंचांग के अनुसार, 06 जुलाई 2023, गुरुवार के दिन से दोपहर 01 बजकर 38 मिनट से पंचक शुरू हो रहा है. साथ ही इसका समापन 10 जुलाई 2023, सोमवार के दिन शाम 06 बजकर 59 मिनट पर हो जाएगा.
सोमवार 10 जुलाई को पंचक शाम के समय 6 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगा. इस बार सावन में कुल 8 सोमवार होने वाले हैं. पहला 10 जुलाई, सावन का दूसरा सोमवार 17 जुलाई, तीसरा सोमवार 24 जुलाई, चौथा सोमवार 31 जुलाई, पांचवा सावन सोमवार 7 अगस्त, छठा सावन सोमवार 14 अगस्त, सातवां सावन सोमवार 21 अगस्त, आठवां सावन सोमवार 28 अगस्त.
ज्योतिषविदों के अनुसार, पंचक की अवधि में विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश इत्यादि नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से घर में नकारात्मकता बढ़ सकती है. पंचक के दौरान घर की छत भीं ढलवाना चाहिए. ऐसा करना नुकसानदेह हो सकता है.
इस दौरान व्यक्ति को दक्षिण दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए. ऐसा यदि करना पड़े तो कुछ कदम पीछे मुड़कर फिर यात्रा शुरू करें.
शास्त्रों के अनुसार, पंचक पांच नक्षत्रों के मेल से बनता है, जो धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र है. बता दें कि चंद्रमा एक राशि में ढाई दिन रहता है. ऐसे में चंद्रमा पांच दिन में दो राशियों में भ्रमण कर लेता है. ऐसे में जब चंद्रमा पांच दिनों के समय में इन नक्षत्रों में रहता है, तो पंचक बनता है. ऐसा संयोग हर 27 दिन बाद बनता है.