लखनऊ. कुशीनगर में (ओमप्रकाश राजभर की पार्टी) सुभासपा महासचिव अरविंद राजभर पर जानलेवा हमला हुआ है. सुभासपा महासचिव अरविंद राजभर की गाड़ी पर भीड़ ने हमला करते हुए आग लगाने की कोशिश भी की. इस हमले में अरविंद राजभर किसी तरह बाल-बाल बच गए. सुभासपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि भीड़ ने घेरकर उनकी गाड़ी पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया. इसके साथ ही पत्थर बरसाए जाने लगे. इस घटना की वीडियो बयान जारी कर खुद अरविंद राजभर ने जानकारी दी है. अरविंद राजभर ने कुशीनगर के एक ग्राम प्रधान को जिम्मेदार बताया है. अरविंद ने पुलिस पर भी कई आरोप लगाए हैं.
श्री #विश्वनाथ_राजभर के #हत्या की सूचना मिलने पर उनके परिवार से मिलने उनके गांव #चिरहियवा थाना #पड़रौना गया था लौटते समय जनपद @kushinagar के #प्रशासन की #लापरवाही के वजह से आज एक बड़ी #घटना होते होते बचा हमारे #गाड़ी को एवं #काफिले की एक गाड़ी को आगे से #दबंगों द्वारा #छतिग्रस्त… pic.twitter.com/5NzRtHXMdf
— Arvind Rajbhar – डॉ. अरविंद राजभर (@arvindrajbhar07) July 8, 2023
सुभासपा महासचिव अरविंद राजभर की सुरक्षा में चूक हुई है. अरविंद राजभर पडरौना में पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे. अरविंद राजभर के अनुसार, प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी उन्हें सुरक्षा नहीं मिली. भीड़ द्वारा ईंट-पत्थर फेंककर उनकी गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है. उन्होंने हमले का जिम्मेदार कुशीनगर जिले के ग्राम प्रधान राजेंद्र यादव को बताया है. राजेंद्र यादव एक हत्याकांड का मुख्य आरोपी भी है. अरविंद राजभर ने स्थानीय पुलिस पर भी आरोप लगाए हैं.
Also Read: अलीगढ़ में हिन्दू महासभा को प्रेस कांफ्रेस करने से पुलिस प्रशासन ने रोका, क्यूआर कोड जारी कर मांगा समर्थनअरविंद राजभर ने बताया कि 250 से 300 लोगों ने उनकी गाड़ी को घेर कर पथराव कर रहे थे. उनकी गाड़ी के आगे के हिस्से को तोड़ भी डाला है. लाठी-डंडा हाथों में लिए लोग उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे थे. बड़ी मुश्किल से जान बचाकर कैसे भी करके निकल पाए है. सुभासपा महासचिव ने इस घटना को लेकर पुलिस को भी आड़े हाथों लिया है. उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना दी गई है, सुबह से ही पुलिस को वहां पर जाने की सूचना दी जा रही थी, लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की वजह से इतनी बड़ी घटना घट गई है.