Lucknow : प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बेखौफ लुटेरों ने शनिवार को बिजली विभाग के पावर हाउस में दिनदहाड़े फिल्मी अंदाज में बिलिंग ऑपरेटर को लूट लिया. हेलमेट लगाकर आए दो लुटेरों ने वारदात को अंजाम दिया है. लुटेरों को दबोचने के लिए पुलिस की पांच टीमें लगाई गई हैं. पुलिस को कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों से लुटेरों के बारे में अहम लीड मिली है. उसी के आधार पर पुलिस की टीमें लुटेरों की तलाश में जुटी हैं. गाजीपुर थाने में अज्ञात लुटेरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है. पुलिस ने संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है.
दरअसल, इंदिरानगर सेक्टर-25 चौराहे के पास स्थिति पावर हाउस में ही बिजली का बिल जमा करने के लिए जन सुविधा केंद्र सीएससी वीएलई (कम्युनिटी सर्विस सेंटर-विलेज लेबल एंटरपेन्यौर) संचालित किया जा रहा है. जन सुविधा केंद्र में बिलिंग ऑपरेटर कल्याणपुर निवासी राजेश कुमार चौरसिया शनिवार को उपभोक्ताओं से बिजली के बिल जमा कर रहे थे. राजेश ने बताया कि शाम को करीब 4:40 बजे हेल्मेट लगाए दो युवक बिलिंग केंद्र में पिछले दरवाजे से घुस गए.
एक युवक ने राजेश की कनपटी पर रिवॉल्वर सटा दी और मुंह पर कपड़ा लगा दिया, तभी दूसरे युवक ने काउंटर में रखे कैश को एक झोले में भर लिया और शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी देकर दोनों भाग निकले. राजेश बिलिंग काउंटर से बाहर आए और वहां के कर्मचारियों को मामले की जानकारी दी. पावर हाउस में दिनदहाड़े लूट की जानकारी होते ही डीसीपी नार्थ कासिम आब्दी, एडीसीपी नार्थ अबीजीथ आर शंकर क्राइम ब्रांच और एफएसएल की टीम के साथ मौके पर पहुंच गए और छानबीन शुरू की.
एफएसएल की टीम ने मौके से नमूने लिए हैं. पीड़ित राजेश ने बताया कि वह कुछ समझ नहीं पाए और लुटेरों ने पांच से सात मिनट के भीतर पूरा कैश लूट लिया. उनका कहना है कि कैश करीब आठ लाख था. जमा किए गए बिल का मिलान करवाया जा रहा है.
राजेश ने बताया कि बिलिंग काउंटर में आगे उपभोक्ताओं से कैश लेने के लिए खिड़की बनी है. पीछे की तरफ दरवाजा है, जो हमेशा भीतर से बंद रहता है. शनिवार शाम को करीब 4:30 बजे उपकेंद्र का एक स्टॉफ चेक जमा करने आया तो राजेश ने दरवाजा खोला था. चेक रखकर वह चला गया, लेकिन राजेश ने दरवाजा भीतर से बंद नहीं किया था, तभी दोनों लुटेरे भीतर घुस गए और कैश लूट कर भाग निकले. पुलिस उस बिजली विभाग के उस स्टॉफ के बारे में भी छानबीन कर रही है.
उपकेंद्र के ही एक कर्मचारी ने राजेश को बताया कि जिन लुटेरों ने वारदात की थी, वह लोग परिसर में काफी पहले से बैठे थे. दरअसल, वह लोग काउंटर में पीछे की तरफ बने गेट के खुलने का इंतजार कर रहे थे. जैसे ही गेट खुला और चेक जमा कर कर्मचारी वापस गया, तभी दोनों लुटेरे उसी गेट से भीतर घुस गए। फिलहाल पुलिस राजेश से पूछताछ कर रही है.
उपकेंद्र के भीतर बिलिंग के लिए जनसेवा केंद्र बिलिंग ऑपरेटर अपनी जिम्मेदारी पर संचालित करता है. बिलिंग ऑपरेटर को एक लाख रुपये जमा करने पर 350 रुपये बिजली विभाग की ओर से कमिशन दिया जाता है. इस केंद्र पर न तो सीसीटीवी लगे हैं और न ही सिक्यॉरिटी गार्ड की व्यवस्था है. बिलिंग ऑपरेटर ने बताया कि बिलिंग की यह व्यवस्था अक्टूबर में शुरू की गई है. बिलिंग काउंटर पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की बात चल रही है.
घटनास्थल से भागने के दो रास्ते हैं. एक रास्ता रिंग रोड पर ओवरब्रिज बनने की वजह से बंद है. ऐसे में लुटेरे कॉलोनी के भीतर से या तो कुकरैल पिकनिक स्पॉट की ओर भागे होंगे या मुंशी पुलिया की ओर. पुलिस दोनों ही रूट पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है. पीड़ित का कहना है कि लुटेरे बाइक से भागे हैं, हालांकि चर्चा है कि वे एक्टिवा से थे. डीसीपी नॉर्थ कासिम आब्दी का कहना है कि कुछ सुराग मिले हैं. लुटेरों को जल्द पकड़ लिया जाएगा.