देवघर, संजीत मंडल : राजकीय श्रावणी मेला-2023 की पहली सोमवारी को लेकर देवघर जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. झारखंड प्रवेश द्वार दुम्मा से लेकर खिजुरिया, रूट लाइन और बाबा मंदिर सहित संपूर्ण मेला क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं. बाबाधाम आने वाले कांवरियों/श्रद्धालुओं को सुलभ और सुरक्षित जलार्पण करवाने को लेकर बाबा मंदिर में सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती है. कतार रेगूलेट होता रहे, इसे लेकर टेल प्वाइंट पर विशेष निगाह रखने की हिदायत सभी अफसरों को दी गयी है. वहीं, बाबा मंदिर में डाक बम को विशेष सुविधा नहीं दी जायेगी, उन्हें भी सामान्य कांवरियों की कतार में लगकर जलार्पण करना होगा.
सुल्तानगंज से प्राप्त संभावित आंकड़े के मुताबिक, पहली सोमवारी को एक लाख से अधिक कांवरिये बाबाधाम जलार्पण के लिए पहुंचेंगे. वहीं, रविवार को सुल्तानगंज से जो डाक बम बाबाधाम की ओर रवाना हुए हैं उनकी संख्या 3088 बतायी गयी है, इनमें 59 महिलाएं और 3029 पुरुष डाक बम शामिल हैं. ये सभी डाक बम का प्रमाण पत्र लेकर बाबाधाम आ रहे हैं, जबकि काफी संख्या में डाक बम बिना प्रमाण पत्र के ही आ रहे हैं. सरकारी आंकड़े के मुताबिक, सिर्फ रविवार को सुल्तानगंज से 50 हजार कांवरिये जल लेकर बाबाधाम चले हैं. वहीं शनिवार को भी 50 हजार कांवरिये चले थे. ये सभी रविवार रात तक या सोमवार को किसी भी समय बाबाधाम पहुंच जायेंगे. इस तरह से आंकड़ों पर गौर करें, तो पहली सोमवारी पर भारी भीड़ होने की संभावना है.
पहली सोमवारी को श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन की मॉनिटरिंग डीआईजी सुदर्शन मंडल, डीसी मंजूनाथ भजंत्री व एसपी सुभाष चंद्र जाट कर रहे हैं. रूटलाइन, मंदिर, तमाम ओपी, टीओपी और प्रशासनिक शिविरों में तैनात दंडाधिकारियों, पुलिस अफसरों और जवानों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है. एनडीआरएफ, झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ और क्यूआरटी की टीम को मुस्तैद रहने का निर्देश दिया गया है. मेला क्षेत्र की क्लोज मॉनिटरिंग सीसीटीवी कैमरे के जरिये हो रही है.
पहली सोमवारी को जलार्पण के लिए बाबाधाम आने वाले श्रद्धालुओं और कांवरियों से डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने अपील की है कि सुविधा के सभी इंतजाम हैं, धैर्य रखें, कतारबद्ध होकर बाबा मंदिर पहुंचें. सभी सुलभ जलार्पण कर पायेंगे. उन्होंने प्रतिनियुक्त प्रशासनिक, पुलिस पदाधिकारियों, जवानों और कर्मियों से कहा है कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ख्याल रखें, उन्हें किसी भी तरह की असुविधा नहीं हो. पिछले वर्ष की तरह इस बार भी डाक बम को कोई विशेष सुविधा नहीं दी जायेगी. उन्हें भी सामान्य कांवरियों की कतार में लगकर जलार्पण करना होगा.
इधर, श्रावण महीने के छठे दिन कांवरियों की संख्या में वृद्धि होते दिखी. बाबा नगरी से सुल्तानगंज घाट तक बोलबम का नारा है बाबा एक सहारा की बोल गुंजयामन होने लगी है. कांवरिये झूमेत नाचते बाबा नगरी पहुंच रहे हैं. कोई हाथों में डपल लेकर भजन गाते पहुच रहा है, तो कोई हाथ में तिरंगा लेकर देश को विश्व गुरु बनाने की कामना लेकर कंधे पर गंगाजल लेकर पहंचते दिख रहा है.
रविवार दोपहर एक बजे के बाद कांवरिया पथ में एकाएक कांवरियों की भीड़ दिखना शुरू हो गया है. सावन के पहले सोमवार को कांवरियों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. रविवार को भी काफी संख्या में कांवरियों ने अरघा से जलार्पण किया. सावन महीने के छठे दिन बाबा भोलेनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा की गयी. वहीं, भक्तों ने बाबा का दर्शन व पूजन कर हर हर महादेव व जय भोलेनाथ का जयकारा लगाया. श्रावण मास कृष्ण पक्ष सप्तिमि तिथि सुबह तीन बजे एसपी विजय शंकर की देखरेख में बाबा मंदिर का पट खुला.
पट खुलते ही जलार्पण शुरू हो गया तथा कांवरियों की कतार सुबह शिवराम झा चौक तक पहुंच गयी. इन शिवभक्तों की गूंज से पूरा रूटलाईन भक्तिमय व गेरुआमय हो गया. सभी कांवरिया कतारबद्ध हो बाबा का जयकारा लगाते हुए नेहरू पार्क से मानसिंघी फुट ओवर ब्रीज होते हुए बाबा मंदिर के गर्भ गृह में लगे अरघा के माध्यम से जलार्पण कर बाबा के दर्शन किये. इसके साथ ही रूट लाईन के हर प्वाइंट पर भक्तों के सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किये गये हैं.वहीं सोमवार को भी शीघ्र दर्शनम व्यवस्था को जारी रखने का निर्णय लिया गया है.