Sawan 2023: इस बार सावन सोमवारी व्रत दो चरणों में संपन्न होंगे. पहला चरण 4 से 17 जुलाई तक, 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास और उसके बाद पुन: 17 अगस्त से 31 अगस्त तक श्रावण होगा. बता दें कि सावन अधिकमास के कारण दो महीने यानी 58 दिनों का होगा लेकिन श्रावण मास में किये जाने वाले अनुष्ठान दो चरणों में पूरे होंगे. जिसमें पहले 15 दिनों के कृष्ण पक्ष की मान्यता होगी और उसके बाद दूसरा 15 दिनों का शुक्ल पक्ष मान्य होगा. इन्हीं दो चरणों में पड़ने वाले सोमवारी व्रत ही मान्य होंगे. आगे पढ़ें कौन-कौन से सोमवार व्रत मान्य हैं और कौन से नहीं.
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पहले चरण में सावन 4 से 17 जुलाई तक जिसमें दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-
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पहला सावन सोमवार व्रत- 10 जुलाई
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दूसरा सावन सोमवार व्रत- 17 जुलाई
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इस बीच मलमास 18 जुलाई से आरम्भ होकर 16 अगस्त तक रहेगा. जिसमें पड़ने वाले सोमवार व्रत मान्य नहीं होंगे.
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दूसरे चरण में सावन 17 अगस्त से 31 अगस्त तक है इसमें भी दो सावन सोमवारी व्रत पड़ेंगे-
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तीसरा सावन सोमवार व्रत- 21 अगस्त
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चौथा सावन सोमवार व्रत- 28 अगस्त
बैद्यनाथधाम के ज्योतिषाचार्य पंडित नंद किशोर मुदगल ने बताया कि पंचांग के अनुसार तीन साल में एक बार मलमास पड़ता है. इसे अधिक मास या पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं. वहीं, जिस चंद्र मास में सूर्य की संक्रांति नहीं होती, उस मास को मलमास कहते हैं. मलमास पड़ जाने के कारण पूरे 1 महीने शुभ कार्य की मनाही होती है. मलमास भगवान विष्णु को समर्पित होता है. इस अवधि में विष्णु भगवान की उपासना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.
बैद्यनाथ धाम के ज्योतिषाचार्य ने बताया कि यह मलमास सावन के महीने में पिछली बार 19 साल पहले पड़ा था. यानी की 2004 में सावन 2 महीने का हुआ था. उसके बाद 2023 में सावन में मलमास लग रहा है. मलमास की 18 जुलाई से शुरु होगा और 16 अगस्त को समाप्त होगा.
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