अलीगढ़. यूपी के अलीगढ़ में यमुना के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण करने के लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व मीनू राणा महाराजगंज और किशनगढ़ पहुंची. दरअसल यमुना के किनारे एक दर्जन से अधिक गांव पड़ते हैं. यमुना का जलस्तर बढ़ने से इन गांवों में भी पानी घुस आता है. वहीं, एडीएम वित्त एवं राजस्व मीनू राणा ने निर्देश दिए हैं कि बाढ़ चौकी को 24 घंटे एक्टिव रखा जाए और किसी भी व्यक्ति को कोई भी परेशानी नहीं होनी चाहिए.
मानसून में हो रही भारी बारिश के चलते अलर्ट जारी किया गया है. पहाड़ी इलाकों में बारिश होने से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है. अलीगढ़ बॉर्डर पर यमुना और गंगा नदी गुजरती है और इसके किनारे आधा दर्जन से ज्यादा गांव बसे हुए हैं. अलीगढ़ के अतरौली तहसील में गंगा और खैर तहसील में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है. जिसके चलते दोनों नदियों के किनारे करीब 26 गांव में विशेष निगरानी बढ़ाई गई है. वहीं दादों इलाके के सांकरा गांव से गंगा गुजरती है तो टप्पल में हामिदपुर पुल से यमुना गुजर रही है. इसके आसपास के रहने वाले निवासी चिंतित है.
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हालांकि दोनों नदियों का जलस्तर अभी खतरे के निशान से नीचे है. लेकिन जिला प्रशासन सतर्क हो गया है और दोनों नदियों के जलस्तर की 24 घंटे निगरानी के लिए कहा गया है. वहीं, बाढ़ चौकियों को भी सक्रिय किया गया है. दोनों नदियों के किनारे प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन की टीम को भी सक्रिय रहने के लिए कहा है, जिला प्रशासन ने दोनों नदियों के किनारे सभी गांव में बाढ़ के खतरे को लेकर मुनादी भी करा दी है. एडीएम वित्त एवं राजस्व मीनू राणा ने बताया कि बाढ़ को लेकर सतर्कता बढ़ती जा रही है. कंट्रोल रूम के साथ ही बाढ़ चौकियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है. बाढ़ से प्रभावित गांव के लोगों को सतर्क किया गया है. वही गंगा और जमुना के जलस्तर की निगरानी की जा रही है.
रिपोर्ट- आलोक, अलीगढ़