हरियाणा में बारिश ने लोगों को परेशान कर रखा है. इस बीच एक खबर की चर्चा प्रदेश में जोरों से हो रही है. जानकारी के अनुसार, एक महिला ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) के विधायक ईश्वर सिंह को बुधवार को उस समय कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया, जब वह अपने निर्वाचन क्षेत्र गहुला में बाढ़ की स्थिति का जायजा ले रहे थे. इस कथित घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसपर लोग लगातार प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
आपको बता दें कि जजपा हरियाणा में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है. महिला घग्गर नदी का जलस्तर बढ़ने से निर्वाचन क्षेत्र के भाटिया गांव में बाढ़ की स्थिति पैदा होने से जाहिर तौर पर नाराज थी. विधायक ईश्वर सिंह ने बताया कि वह स्थिति का जायजा लेने गये थे, लेकिन छोटा बांध टूटने के कारण गांव में जलभराव से नाराज महिला और कुछ अन्य लोगों ने उन पर हमला कर दिया. सिंह ने कहा कि वह महिला के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं.
कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को हरियाणा में कुछ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि सरकार को प्रभावित लोगों की मदद के लिए युद्धस्तर पर काम करना चाहिए. उनके साथ अशोक अरोड़ा, कुलदीप शर्मा, जयप्रकाश, करण सिंह दलाल सममेत कई कांग्रेस नेता थे. पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने सरकार से आवासीय कॉलोनियों एवं गांवों से पानी निकालने का काम करने का भी आह्वान किया. उन्होंने यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से कहा कि राज्य सरकार को किसानों, दुकानदारों और आम लोगों को हुए नुकसान के लिए उचित क्षतिपूर्ति देना चाहिए.
भाजपा-जेजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता ने उसे काम नहीं कर पाने वाली सरकार बताया और कहा कि यदि उसने एहतियात कदम समय पर उठाये होते तो लोगों को इस स्थिति से बचाया जा सकता था.
Also Read: Haryana Flood: हरियाणा में कई जगहों पर बाढ़ को लेकर अलर्ट, सीएम खट्टर बोले- एनडीआरएफ और आर्मी तैनात
हरियाणा के फरीदाबाद जिले के निचले इलाकों में बाढ़ के खतरे के कारण पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने यहां यमुना नदी के किनारे रहने वाले कम से कम 90 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है. अधिकारियों ने बताया कि बचाए गए लोगों में ज्यादातर मजदूर हैं जो अपने परिवार के साथ अमीपुर गांव में रहकर वहां खेतों में काम करते थे. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) ने फरीदाबाद पुलिस के साथ मिलकर इन लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक बचाव अभियान चलाया क्योंकि यमुना नदी में जल स्तर बढ़ रहा था और आसपास के गांवों में बाढ़ का खतरा था.