Importance of Green Color in Sawan: सावन महीने में महिला हो या पुरूष सभी में शिव पूजन को लेकर आस्था और उत्साह बना रहता है. हिन्दू परिवार में सावन मास में भगवान शिव को अलग -अलग तरीके से पूजन किया जाता है, वहीं कुंवारी कन्या अपनी सभी मनोकामना पूर्ण करने लिऐ भगवान शिव की पूजा करते हैं. उन्होंने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन का सोमवार व्रत करती हैं, सुहागिन महिलाएं अपने सुहाग को हरियाली बनाये रखने के लिए हरा वस्त्र, हरी चूड़िया पहनती है, इसका महत्व यह है भगवान शिव को हरा रंग बेहद प्रिय है.
आपको बताएं कि हरे रंग के पीछे कई रहस्य है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हरा रंग का महत्व बुध से जुड़ा हुआ है. यह हरियाली का प्रतिक है. हरे रंग के वस्त्र धारण करने से बुध प्रसन्न रहता है तथा वाणी को नियंत्रण में रहता है. यही कारण है कि सुहागिन स्त्रियां सावन मास में बहुत ही प्रस्सन रहती है.
सावन मास से सुहागिन महिलाएं व्रत करती है. सुहागिन महिलाओं की चूडियां उनके मन की चंचलता को दर्शाती है. महिलाएं शिव और साधना के बीच चंचल और अति चलायमान मन की एकाग्रता एक अहम कड़ी है, जिसके बिना परम तत्व की प्राप्ति असंभव है. इसलिए महियाएं अपनी साधना जब शुरू करती है, माता पार्वती की तरह मन एक विकराल बांध बनकर खड़ा हो जाता है. उसे नियंत्रित करना सहज नहीं होता. लिहाजा मन को साधने में कुंवारी कन्या के उम्र से लेकर सौभाग्यवती होने तक इनको अपनी साधना को लंबा और धैर्य के साथ सफर तय करती है. तब अपने मन के अनुरूप पति प्राप्त करती है.
हरा वस्त्र तथा हरी चूडियां पहने से सकारात्मक उर्जा का संचार होता है कांच की चूडियां पहनने से उससे आने वाली आवाज से आसपास की नकारात्मक उर्जा समाप्त हो जाती है और सकारात्मक उर्जा बनी रहती है.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847