Lucknow News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को UPPSC और UPSSSC से चयनित विभिन्न विभागों में कुल 510 अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने पांच अभ्यर्थियों को स्वयं नियुक्ति पत्र दिए. इस दौरान इन अभ्यर्थियों ने अपने अनुभव भी साझा किए.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में हुई हिंसा पर तंज किया. उन्होंने कहा कि बंगाल के चुनाव में निर्दोष लोग मारे गए हैं. ये उन सरकारों में हुआ, जो लोकतंत्र का ढिंढोरा सबसे ज्यादा पीटती हैं. असल में यही लोकतंत्र का सबसे अधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं.
कार्यक्रम में कुल 510 अभ्यर्थियों में 199 समीक्षा अधिकारी-सहायक समीक्षा अधिकारी, 183 कनिष्ठ सहायक-परिवहन विभाग और 128 कनिष्ठ सहायक-निर्वाचन विभाग शामिल हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए इस पल को बेहद महत्वपूर्ण बताया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी अभ्यर्थियों की इच्छा थी कि वह उन्हें नियुक्ति पत्र प्रदान करें. लेकिन, समय की सीमा के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाया. वहीं उन्होंने जिन पांच अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए, उनका जिक्र करते हुए कहा कि ये युवा अलग-अलग पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा अंबेडकरनगर, लखनऊ, बिजनौर, अयोध्या और गोंडा जैसे राज्य के अलग-अलग हिस्सों से ये इन युवाओं ने नौकरी हासिल की है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इससे पहले कोई सोचता भी था कि बिजनौर से कोई नियुक्ति हो पाएगी? या अंबेडकरनगर से भी नियुक्ति की प्रक्रिया के साथ कोई युवा जुड़ पाएगा? उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के छोटे-छोटे गांवों, कस्बों से भी युवाओं की नियुक्ति शासन की सेवाओं में सफलतापूर्वक हो रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात है कि ये एक संवेदनशील सरकार है. जनता की संवेदनाओं को समझने वाली सरकार है, जो भेदभाव नहीं करती. मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे बड़ा पाप दूसरा नहीं हो सकता कि कोई सरकार अपने ही नागरिकों के साथ शासन की योजनाओं को लेकर या शासन के किसी कार्यक्रम को लेकर भेदभाव अगर करे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ऐसी भेदभाव वाली व्यवस्था के खिलाफ जनता ने समय-समय पर लोगों को सबक भी सिखाया है. जो भेदभावपूर्ण कार्य करते हुए प्रतिभाओं को सेवाओं से वंचित करते थे, उन्हें आगे बढ़ने से वंचित करते थे, उन्हें इसका जवाब भी जनता ने दिया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां पर जो 510 नियुक्ति पत्र वितरण हो रहे हैं, वह इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए यह खास पल है. उन्होंने कहा कि इन युवाओं के जरिए 510 परिवार सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार से जुड़ गए हैं. ये युवा उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता के हित में अपनी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगे, इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसी उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने बीते छह वर्षो के अंदर एक व्यवस्था बनाई. चयन की प्रक्रिया से लेकर नियुक्ति की प्रक्रिया तक कहीं भी किसी भी अभ्यर्थी के साथ कोई भेदभाव नहीं हो और वह अपना सर्वोत्तम कार्य कर सके, इसकी पहल की गई.
मुख्यमंत्री ने अंबेडकरनगर की बेटी का जिक्र करते हुए कहा कि माता-पिता को खोने के बावजूद कोरोना वायरस का सामना करते हुए उसने निर्वाचन आयोग में नियुक्ति हासिल की. ये प्रमाण है कि कुछ कर गुजरने की तमन्ना होनी चाहिए.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले छह वर्ष में छह लाख नियुक्ति प्रदेश सरकार युवाओं को दे चुकी है. 2021 से अब तक डेढ़ वर्ष में 16 नियुक्ति पत्र कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं. इसमें 55 हजार सरकारी नौकरी हमने दी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्ष के अंदर ईमानदारी से उठाए गए कदमों का परिणाम आज हमें हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है. चयन की प्रक्रिया भी उसी का हिस्सा है. चयन की प्रक्रिया में भी पिछले डेढ़ वर्ष से कम समय में ही कोरोना वायरस की महामारी और तीन बड़े चुनाव के बावजूद 55 हजार नौजवानों को सरकारी सेवा में हमने सीधे नियुक्ति प्रक्रिया से जोड़ने का काम किया है. आज 510 युवाओं को सरकारी नौकरी से जुड़ने का अवसर मिला है.
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिमी बंगाल की ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यूपी में अभी हाल में नगर निकाय चुनाव हुए, जिनमें छह करोड़ मतदाता थे. प्रदेश में कुल 17 नगर निगम थे. इन सभी स्थानों पर शांतिपूर्ण तरीके से बिना किसी हिंसा, बिना बूथ कैप्चरिंग बिना जनहानि के चुनाव सम्पन्न हुए.
उन्होंने कहा कि वहीं अभी आपने पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव देखा होगा तो मतदान के दिन हिंसा हुई, मतगणना के दिन भी हिंसा हुई. लोकतंत्र की हत्या करने वाले लोग लोकतंत्र की बात करते हैं. यूपी में हमने पंचायत चुनाव करवाए, विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए, निकाय चुनाव हुए, कहीं किसी तरह की हिंसा नहीं हुई.