दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज द्वारा सिंचाई विभाग के एक रेगुलेटर की मरम्मत में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की तैनाती में देरी का आरोप लगाए जाने के बाद उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने आज आम आदमी पार्टी (आप) के नेता से कहा कि यह आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं है. गौरतलब है कि रेगुलेटर की खराबी से दिल्ली में बाढ़ के हालात और ज्यादा बिगड़ गए हैं. उपराज्यपाल की मौजूदगी में भारद्वाज ने दावा किया कि अधिकारियों से क्षतिग्रस्त रेगुलेटर की मरम्मत करने के लिए एनडीआरएफ दलों को तैनात करने को कहा गया था, जिसकी वजह से कल आईटओ पर बाढ़ का पानी जमा हो गया लेकिन उनकी (अधिकारियों) तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया.
दिल्ली के मंत्री ने दावा किया, हमने बीती रात एनडीआरएफ को बुलाने के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप पर मुख्य सचिव को लिखा था और बताया था कि एनडीआरएफ की तैनाती में देरी से बाढ़ का पानी दिल्ली के संवेदनशील इलाकों में प्रवेश कर सकता है. लेकिन, हमारे संदेश को नजरअंदाज कर दिया गया. उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने जवाब में कहा, यह वक्त साथ मिलकर काम करने का है न कि आरोप-प्रत्यारोप का. मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन इस क्षण यह जरूरी नहीं है. एनडीआरएफ की तैनाती में कथित देरी के बारे में भारद्वाज ने दावा किया कि बृहस्पतिवार रात को संभागीय आयुक्त अश्विनी कुमार से बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद एनडीआरएफ दलों को तैनात नहीं किया गया.
विनय कुमार सक्सेना ने कहा, अश्विनी कुमार संभागीय आयुक्त हैं और एक मंत्री के बार-बार अनुरोध करने के बाद भी एनडीआरएफ को रात में नहीं बुलाया गया. उन्होंने सवाल किया, क्या वह अध्यादेश के कारण कुछ भी करेंगे? भारद्वाज द्वारा लगाए गए आरोपों पर संभागीय आयुक्त की कोई त्वरित प्रतिक्रिया नहीं मिली है. केंद्र ने 19 मई को दिल्ली में ग्रुप-ए अधिकारियों के स्थानांतरण और पदस्थापन को लेकर एक प्राधिकरण बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार (संशोधन) अध्यादेश, 2023 लागू किया था. आप नीत सरकार ने अध्यादेश को सेवाओं पर नियंत्रण के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के साथ धोखा करार दिया है.
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मामले पर आगे बात करते हुए कहा कि, जिस तरह से यहां काम हो रहे हैं हम जरूर सफल होंगे. यमुना में इस समय बहाव काफी तेज है. जिसे रोकना काफी जरुरी है. यह वह समय नहीं है किसी को देश देने का या फिर कमेंट करने का. अभी हमें टीम वर्क करने की जरूरत है. मैं भी काफी कुछ कह सकता हूं. लेकिन, फिलहाल इसकी जरूरत नहीं है. सीएम अरविंद केजरीवाल और मीडिया की मौजूदगी में भरद्वाज ने उपराज्यपाल से अधिकारियों की शिकायत की जिसके जवाब में सक्सेना ने उन्हें टीम वर्क के साथ काम करने और ब्लेम गेम न खेलने की सलाह दे डाली.
केंद्रीय मंत्री मिनाक्षी लेखी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, दिल्ली के लोगों ने उन लोगों को वोट दिया है जो दिल्ली की मदद के लिए आज तैयार नहीं हैं. हर समय जब विपदा आती है तब काम करने की जगह वे बोलते हैं कि ये गृह मंत्रालय का काम है, ये उपराज्यपाल ने किया है, हरियाणा पानी छोड़ रहा है, लेकिन वे कोई काम नहीं करते. उनके बयान में पंजाब खो जाता है. आगे बताते हुए मिनाक्षी लेखी ने कहा कि, कोरोना के समय में केंद्र ने उन्हें ऑक्सीजन उपलब्ध कराय था. लेकिन, उनके पास ऑक्सीजन रखने के लिए पर्याप्त साधन भी नहीं थे.
गौरतलब है कि, राजधानी दिल्ली का हाल पानी की वजह से काफी बुरा हो गया है. सेंट्रल दिल्ली में व्यस्त आईटीओ चौराहे और राजघाट के जल में डूबने के बाद आज यहां वाहनों की आवाजाही काफी प्रभावित रही. सड़क पर लोग घंटों तक जाम की वजह से फंसे रहे. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने शहर के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात को ध्यान में रखते हुए लोगों को काफी सोच समझकर यात्रा करने की सलाह दी. जानकारी के लिए बता दें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंत्री आतिशी और सौरभ भरद्वाज के साथ वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की बिल्डिंग के नजदीक क्षतिग्रस्त नाले का भी आज निरिक्षण किया.
राजधानी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मामले पर बात करते हुए बताया कि विभिन्न जगहों पर अलग-अलग कारण से पानी आ रहा है जैसे ITO पर यहां नाले के क्षतिग्रस्त होने की वजह से आया है, कहीं यमुना के कारण पानी आया है. लेकिन, अब राहत मिलनी शुरू हो जाएगी क्योंकि, धीरे-धीरे पानी का स्तर नीचे जाने लगा है. फिलहाल जलस्तर 208.38 तक आ गया है. वहीं, दिल्ली में पानी की कटौती पर बात करते हुए केजरीवाल ने कहा कि, बाढ़ आने की वजह से यमुना का पानी पंप रूम, मशीन में आ गया है. अगर हम प्लांट को चलाएंगे तो उनमें करंट आएगा. जब तक पानी का स्तर कम नहीं होगा और पानी के स्तर कम होने के 24 घंटे बाद भी हम मशीन नहीं चला सकते क्योंकि मशीनों को सुखाने में भी समय लगेगा. (भाषा इनपुट के साथ)