बिहार में कई नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने से पूर्व बिहार के कई जिलों के निचले हिस्सों में बाढ़ का पानी फैल गया है. इस कारण से कई जिलों में सड़कें ध्वस्त हो गई हैं, जिससे आवागमन प्रभावित हो गया है. वहीं बाढ़ के पानी में डूबने से तीन बच्चियों समेत छह लोगों की मौत हो गई है. सहरसा में पश्चिमी कोसी तटबंध से वाया पचभिंडा से घोंघेपुर तक जानेवाली पक्की सड़क पर पानी ओवरफ्लो होने से ध्वस्त हो गया. सड़क के टूटने से घोंघेपुर पंचायत के कई गांवों के लोगों का आवागमन बाधित हो गया. पूर्णिया के बायसी प्रखंड में निचले इलाकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. बनगामा पंचायत में मजलिशपुर जाने वाली सड़क पर तीन फीट पानी बह रहा है. असजा मुबैया पंचायत में जनता हाट के पास प्रधानमंत्री सड़क पर डेढ़ से दो फीट पानी बह रहा है. एक निजी विद्यालय के प्रांगण में भी बाढ़ का पानी घुस गया. अमौर प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ गया है. छह सौ घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है.
झुग्गी बना कर लोगों ने लिया शरण
प्रभावित लोग झुग्गी बना कर कहीं सड़क पर, तो कहीं पुल पर शरण लिये हुए हैं. कटिहार में पानी के दबाव में कचौड़ा चौकी पथ डुमरिया पुल से आगे सिकोड़ना गांव के पास सड़क टूटने से यातायात ठप हो गया है. सड़क पर दो फीट बाढ़ का पानी बह रहा है. चार चक्का वाहन, ऑटो, बाइक का आना-जाना पूर्ण रूप से बंद है.
पानी के तेज बहाव में एनएच 327 ई पर निर्माणाधीन पुल का डायवर्सन बहा
अररिया जिले को पूर्वोत्तर सीमा से जोड़ने वाली राष्ट्रीय राज्य मार्ग एनएच 327 ई में जीरोमाइल के समीप पानी के तेज बहाव में एक डायवर्शन बह गया. जिसके कारण अररिया सिलीगुड़ी मुख्य मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया है. वहीं गाड़ियों की आवाजाही पर भी रोक लगा दी गयी है.
अररिया का पूर्वोत्तर भारत से टूटा संपर्क
बता दें कि पिछले तीन-चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण अररिया जिले से होकर बहने वाली सभी नदियां उफान पर हैं, डायवर्सन पानी की तेज धार में बह जाने के कारण अररिया से बंगाल व पूर्वोत्तर राज्य जाने का सीधा संपर्क टूट चुका है. कुर्साकांटा प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली अमूमन सभी नदियां उफान पर है. इससे प्रखंड क्षेत्र का आधे दर्जन से अधिक पंचायतें बाढ़ की चपेट में आ गयी.
चीर नदी पर बन रहे नये पुल का डायवर्सन दूसरी बार ध्वस्त
परमान नदी के जल स्तर में काफी वृद्धि होने से अररिया मुख्यालय से डम्हैली, झमटा, बांसबारी, महिसाकोल सहित दर्जनों गांव का सीधा संपर्क टूट गया है. अररिया नगर परिषद के वार्ड संख्या 11 होकर बांसबाड़ी, महिसाकोल जाने वाली मुख्य सड़क पर 2 से 3 फीट परमान नदी का पानी बह रहा है. बांका जिले के पंजवारा से होकर बहने वाली चीर नदी पर बन रहे नये पुल का डायवर्सन दूसरी बार ध्वस्त हो गया. इस कारण झारखंड के गोड्डा जिला से बांका का सड़क संपर्क टूट गया है.
बाढ़ के पानी में डूबने से तीन बच्चियों समेत छह की मौत
बाढ़ के पानी में डूबने से अररिया में दो, पूर्णिया में एक और सुपौल जिले में तीन बच्चियों की मौत हो गयी. अररिया के पलासी प्रखंड की नकटाखुर्द पंचायत के दीपनगर गांव में अभिषेक कुमार मंडल व सिकटी प्रखंड के कौआकोह गांव में सचिन यादव की जान चली गयी. वह कटी सड़क को पार करने में बह गया. सुपौल के मरौना थाना क्षेत्र की कमरैल पंचायत के वार्ड नंबर सात की तीन बच्चियां मवेशी चराने के दौरान डूब गयीं. इधर, पूर्णिया के बैसा प्रखंड की रायबेर पंचायत के पंदरपुर गांव में आठ साल की बच्ची नुही की मौत हो गयी.
बागमती, महानंदा लाल निशान के पार
पटना. राज्य में कई जगहों पर शनिवार को बागमती, कमला बलान, महानंदा और परमान नदियां लाल निशान के पार बह रही थीं. वहीं कोसी सहित अन्य नदियों में बढ़ोतरी का रुख है. रविवार को खगड़िया के बलतारा में कोसी नदी का जल स्तर लाल निशान को पार होने की संभावना है. वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में शनिवार को एक लाख 21 हजार 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. वहीं, वीरपुर बराज से कोसी नदी में एक लाख 47 हजार 425 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. मधुबनी जिले के जयनगर में कमला बलान का जल स्तर खतरे के निशान से करीब पांच सेंटीमीटर ऊपर था. किशनगंज जिले के तैयबपुर में महानंदा नदी खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर थी.