रांची: बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव वाला क्षेत्र बनने और ओडिशा से साइक्लोनिक सर्कुलेशन के झारखंड में प्रवेश करने से राज्य में एक फिर मानसून सक्रिय हो गया है. शनिवार की शाम राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों में बारिश हुई. रांची में 10-12 मिमी बारिश हुई. वहीं, पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश रामगढ़ में 65.4 मिमी दर्ज की गयी. इसके बाद साहेबगंज में 57.5 मिमी बारिश हुई.
18 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में तैयार हो रहा नया सिस्टम
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, 16 से 18 जुलाई तक झारखंड में खास कर दक्षिण व मध्य इलाके में रुक-रुक कर अच्छी बारिश होने की उम्मीद है. उन्होंने बताया कि पुन: 18 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम तैयार हो रहा है. इसका असर 21-22 जुलाई से पूरे झारखंड पर पड़ेगा. इस दौरान तीन से चार दिनों तक लगातार अच्छी बारिश होगी. कई इलाकों में वज्रपात भी होंगे. श्री आनंद ने बताया कि शनिवार की बारिश से किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है. उन्होंने वज्रपात से बचने के लिए लोगों के सचेत रहने की अपील की. बारिश के समय खेतों में नहीं जाने व पेड़ या बिजली के पोल के नीचे खड़ा नहीं रहने की चेतावनी दी है. शनिवार को रांची का अधिकतम तापमान 33 डिग्री रिकॉर्ड किया गया.
बारिश के कारण राजधानी के बड़े इलाके में गुल रही बिजली
राजधानी रांची में शनिवार की देर शाम हुई बारिश के कारण विभिन्न इलाकों में बिजली गुल रही. कोकर रूरल के 11 केवी इंडस्ट्रियल फीडर से छह से ज्यादा बार आपूर्ति बाधित हुई. दीपाटोली से लेकर खेलगांव से आगे तक सड़क पर भी स्ट्रीट लाइटें बुझी रहीं. वहीं, सिंह मोड़, सेक्टर टू के कई इलाकों में फ्यूज कॉल के चलते बिजली गुल रही. चुटिया केतारी बागान व डोरंडा के परसटोली में सुबह में लो-वोल्टेज की समस्या रही. थड़पखना इलाके में भी काफी देर तक बिजली कटी रही. दिन में मोरहाबादी में भी बिजली गुल रही. वहीं, 33 केवी हाई वोल्टेज लाइन ब्रेकडाउन करने के चलते गेतलसूद और रिंग रोड से सटे बड़े इलाके में शटडाउन रहा. देर शाम थंडरिंग के दौरान कांके ग्रिड से जुड़ा 33 केवी बोबरो पावर सबस्टेशन ट्रिप कर गया. इससे बड़े इलाके में बिजली संकट रहा. रात नौ बजे तक बारिश के बीच कई इलाकों में लोकल फॉल्ट के चलते बिजली का आना-जाना लगा रहा.