22.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

GST में एतिहासिक सुधारों से भारत बना 5वीं अर्थव्यवस्था, बर्नस्टीन ने नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर की तारीफ

ब्रोकरेज कंपनी बर्नस्टीन ने मोदी सरकार के काम पर 31 पन्नों की एक रिपोर्ट जारी की है. बर्नस्टीन की रिपोर्ट में कहा गया है कि विरासत में संकट में फंसे कई संस्थानों के साथ एक कमजोर अर्थव्यवस्था मिलने के बावजूद ऐतिहासिक सुधारों, महंगाई पर नियंत्रण और डिजिटलीकरण के मोर्चे पर सरकार ने काफी अच्छा काम किया.

ब्रोकरेज कंपनी बर्नस्टीन ने मोदी सरकार के काम पर 31 पन्नों की एक रिपोर्ट जारी की है. इसमें बताया गया है कि माल एवं सेवा कर (GST) जैसे ऐतिहासिक सुधारों और बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर जबर्दस्त खर्च से भारत आज दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. ब्रोकरेज कंपनी बर्नस्टीन ने सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार के कार्यकाल पर एक 31 पृष्ठ की रिपोर्ट जारी की, जिसमें यह बात कही गई है. बर्नस्टीन की ‘पीएम मोदी के नेतृत्व का दशक – एक लंबी छलांग’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि विरासत में संकट में फंसे कई संस्थानों के साथ एक कमजोर अर्थव्यवस्था मिलने के बावजूद ऐतिहासिक सुधारों, महंगाई पर नियंत्रण, वित्तीय समावेशन और डिजिटलीकरण के मोर्चे पर सरकार ने काफी अच्छा काम किया है.

ब्रोकरेज कंपनी बर्नस्टीन की रिपोर्ट में बताया गया है कि भाग्य रातों-रात चमकता है – कुछ के लिए, यह किस्मत से होता है, और ज्यादातर के लिए वर्षों के प्रयास से, भारत कुछ इसी तरह की कहानी है. इसमें कहा गया है कि मोदी के नेतृत्व में भारत ने कई क्षेत्रों में जबर्दस्त प्रगति देखी है. इसमें डिजिटलीकरण, अर्थव्यवस्था को संगठित करना, बेहतर नीतिगत माहौल से विनिर्माण के लिए निवेश आकर्षित करना और बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाना शामिल है. रिपोर्ट कहती है कि पिछले दशक के कई साल के दौरान आर्थिक वृद्धि सुस्त रही है, लेकिन सरकार ने नए सुधारों के जरिये अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाया है.

कंपनी की रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी ने नौ साल पहले ‘अच्छे दिन के वादे’ के साथ शानदार जीत हासिल की और प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. उन्होंने आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने, लालफीताशाही को कम करने, भ्रष्टाचार को समाप्त करने और कारोबारी धारणा में सुधार का वादा किया था. भाजपा के 2014 के चुनाव घोषणापत्र में सुशासन के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि का वादा सबसे ऊपर था। भाजपा ने ऊंची वृद्धि, अधिक रोजगार सृजन और निवेश को बढ़ाने का वादा किया था. बर्नस्टीन ने यह रिपोर्ट तैयार करने के लिए कुछ मानदंडों का आकलन किया है. इसमें देखा गया है कि इन मानदंडों पर 2014 के बाद से कैसा प्रदर्शन रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2014 से सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि सालाना आधार पर 5.7 प्रतिशत रही है. कोविड-पूर्व की वृद्धि 6.7 प्रतिशत रही थी. वहीं संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के कार्यकाल में वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत से कुछ कम रही थी. उस दौर में निचले आधार प्रभाव का लाभ मिला था.

Also Read: Business News in Hindi Live: सेंट्रल बैंक का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 78 प्रतिशत बढ़कर 418 करोड़ रुपये पहुंचा

रिपोर्ट के अनुसार मोदी सरकार को ‘विरासत में एक कमजोर अर्थव्यवस्था मिली थी और कई संस्थान संकट में थे. रिपोर्ट में इसके लिए संप्रग सरकार के कदमों को जिम्मेदार ठहराया गया है. भारत वैश्विक स्तर पर जीडीपी के मामले में पांचवें स्थान पर आ गया है. 2014 में भारत दसवें स्थान पर था. हालांकि, प्रति व्यक्ति आय के आधार पर सूची में भारत काफी पीछे 127वें स्थान पर है. यहां भी 2014 की तुलना में भारत की स्थिति सुधरी है. 2014 में भारत 147वें स्थान पर था.

(भाषा इनपुट)

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें