दिल्ली से पटना आ रही विक्रमशिला एक्सप्रेस के वाॅशरूम में रख कर शराब की खेप को डीडीयू से पटना लाया और सचिवालय हॉल्ट के पास चेन खींच कर उतर गये. साथ ही विवाद होने के कारण शराब तस्करों ने ट्रेन की एस-4 बोगी में सफर कर रहे यूपी के कौशांबी निवासी मोहित कुमार काे अगवा कर लिया. रविवार की देर रात ये घटना बताई जा रही है. अगवा किया गया युवक सपा विधायक का ड्राइवर रह चुका है. पुलिस ने छानबीन के बाद युवक को बरामद कर लिया.
मामले की जानकारी मिलने पर रेल डीएसपी सुशांत कुमार, जीआरपी थानाध्यक्ष गोपाल मंडल, आरपीएफ प्रभारी सुशील कुमार की टीम ने छापेमारी शुरू कर दी और दो घंटे में मोहित कुमार को एयरपोर्ट थाने के कौशल नगर के एक मकान से सकुशल बरामद कर लिया. साथ ही तीन बदमाशों कौशल नगर के अविनाश कुमार व गणेश बिंद और शाहजहांपुर के अर्पण कुमार को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही इन लोगों के पास से 36 लीटर शराब, तीन मोबाइल फोन व एक बाइक बरामद कर ली गयी है.
अपहृत मोहित चायल विधानसभा क्षेत्र की सपा विधायक पूजा पाल का चालक है. रेल एसपी एएस ठाकुर ने बताया कि दो घंटे में सभी को गिरफ्तार करने के साथ ही अपह्त को छुड़ा लिया गया. घटना में और भी कुछ लोग शामिल थे, जिन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है.
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मोहित का विवाद शराब तस्करों से वाॅशरूम का दरवाजा खोलने को लेकर हुआ था. वह विक्रमशिला एक्सप्रेस से अपने चचेरे भाई अतुल कुमार व अन्य के साथ देवघर जा रहा था. इसी दौरान रविवार की देर रात करीब तीन बजे वह वॉशरूम के पास पहुंचा. वहां तीन-चार युवक खड़े थे. उन लोगों ने वाॅशरूम के दरवाजे को बंद कर दिया था. मोहित ने उसे खोलने के लिए कहा, तो उन लोगों ने इन्कार कर दिया. इस बात को लेकर मोहित को उनलोगों ने पीट दिया. अतुल जब बचाने पहुंचा, तो उसकी भी पिटाई कर दी. इसके बाद जब लोग काफी संख्या में बढ़ने लगे, तो शराब तस्करों ने चेन पुलिंग कर दी और सचिवालय हॉल्ट के पास उतर गये. साथ ही शराब की खेप व मोहित को भी जबरन अपने साथ ले गये.
इसी बीच ट्रेन खुल गयी और पटना जंक्शन पहुंची. जहां मोहित के साथ रहे लोगों ने रेल पुलिस को मामले की जानकारी दी और मारपीट करने का बनाया गया वीडियो सौंपा. इसी बीच शराब तस्करों ने मोहित के चाचा डॉ संजय कुमार को फोन कर 30 हजार रुपये फिरौती की मांग कर दी. इसके बाद रेल पुलिस ने उस नंबर का लोकेशन लेना शुरू किया, तो पता चला कि वह एयरपोर्ट थाने के कौशल नगर का है. रेल पुलिस दो घंटे में ही उस मकान तक पहुंच गयी, लेकिन पुलिस को देख कर अविनाश भागने लगा. लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया और फिर उसकी निशानदेही पर कौशल नगर में ही गणेश बिंद के घर से मोहित को सकुशल बरामद कर लिया गया. इधर,विधायक पूजा पाल के सूत्रों का कहना है कि कुछ दिन मोहित कुमार ने गाड़ी को पलट दी थी, जिसके बाद पूजा पाल ने उसे हटा दिया था.
गौरतलब है कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बाद अब शराब माफियाओं को सड़क मार्ग के बदले रेल मार्ग तस्करी सुरक्षित लगने लगा है. सड़क मार्ग पर चेकिंग के भय से शराब तस्कर अब ट्रेनों में शराब का खेप छिपाकर लाते हैं. कई बार ट्रेनों में शराब का खेप पकड़ा जा चुका है. वहीं कभी ट्रेन तो कभी स्टेशन परिसर से शराब तस्करों की गिरफ्तारी पूर्व में हो चुकी है. शराब तस्कर खेप को आम यात्री के सामान के साथ ही छिपाकर बैग में रख देते हैं. कई मामलों में देखा गया कि वो शराब जहां रखते हैं वहां से खुद दूरी बनाकर रखते हैं. अगर पुलिस कार्रवाई होती है तो वो शराब के खेप को छोड़कर भाग निकलते हैं. शराब तस्कर खुद यात्री बनकर ही अन्य यात्रियों के बीच छिपकर यात्रा करते हैं.
वहीं दूसरी ओर ट्रेन में अपराध की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं. भागलपुर में एक युवक को ट्रेन से खींचकर नीचे उतार लिया गया था और बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गयी थी. मामला का जब पुलिस ने खुलासा किया तो पता चला कि ट्रेन में छिनतई करने वाले गिरोह के आपसी विवाद में हत्या की गयी थी.
Published By: Thakur Shaktilochan