पटना के बेऊर जेल में हंगामा, जेलर-कक्षपालों के साथ मारपीट मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और अब पूर्व विधायक बाहुबली अनंत सिंह को दूसरे जेल में शिफ्ट किए जाने की संभावना जताई जा रही है. पिछले दिनों बेऊर जेल में अनंत सिंह जिस वार्ड में कैद हैं उस वार्ड का ताला खुला रह गया था जिसके बाद झड़प हुई थी. अनंत सिंह ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी. पूर्व विधायक की सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है. वहीं अनंत सिंह सहित 32 पर आइपीसी की नौ धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
बेऊर जेल में हंगामा, जेलर-कक्षपालों के साथ मारपीट मामले में पटना पुलिस आरोपितों को रिमांड पर लेगी. कोर्ट को इन आरोपितों के खिलाफ दर्ज नयी प्राथमिकी की जानकारी दी जायेगी, जिसके कारण अब इस केस में भी आरोपितों को बेल लेना होगा. अगर किसी की जमानत होने के भी कगार पर होगी, तो उनकी मुश्किलें अब बढ़ गयी हैं. क्योंकि पूर्व विधायक अनंत सिंह सहित 32 कैदियों पर आइपीसी की नौ गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इन लोगों पर पुलिस की अभिरक्षा से छुड़ाने के प्रयास के भी संगीन आरोप लगाये गये हैं.
इधर, अनंत सिंह के वार्ड की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और संभवत: अपनी रिपोर्ट बुधवार को जेल आइजी को सौंप देंगे. इसमें अन्य कक्षपालों के खिलाफ भी कार्रवाई होने की संभावना जतायी जा रही है.बता दें कि अनंत सिंह ने अपनी हत्या की आशंका जताई है जिसके बाद अब जानकारी सामने आ रही है कि अनंत सिंह को भी दूसरे जेल में शिफ्ट किया जा सकता है.
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बैरक खुला रहने के मामले में कक्षपाल विपिन कुमार पटेल को निलंबित कर दिया गया है. जेल प्रशासन ने 27 बंदियों को भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया है, क्योंकि प्राथमिकी में इस बात की भी आशंका जतायी गयी है कि यह घटना जेल प्रशासन को परेशान करने के लिए की गयी थी और भविष्य में भी ये लोग कुछ इसी तरह की घटना को अंजाम दे सकते हैं.
बता दें कि पूर्व विधायक अनंत सिंह समर्थक 27 कैदी दूसरे जेलों में शिफ्ट किये गये हैं. ये कैदी बेऊर थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी में नामजद अभियुक्त हैं. बैरक खुला होने के बाद इन कैदियों ने जमकर बवाल काटा था. पटना डीएम-एसएसपी की अनुशंसा पर इन्हें दूसरे जेल में शिफ्ट किया गया है. बता दें कि बेऊर जेल से पूर्व में भी कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट किया गया है. वर्ष 2022 में बिहार के तमाम जेलों से 125 बंदियों को एक जेल से दूसरे जेल में शिफ्ट कर दिया गया था. वहीं इस साल भी कई कैदी दूसरे जेल भेजे गए थे.
गौरतलब है कि बेऊर जेल में बंद पूर्व विधायक अनंत सिंह का वार्ड खुला रह गया था. इससे नाराज अनंत सिंह धरने पर बैठ गये थे. जब सुरक्षाकर्मी और कक्षपाल वहां पहुंचे और उन्हें धरना खत्म करने को कहा तो बवाल मच गया. आक्रोशित होकर अनंत सिंह के समर्थक व सुरक्षाकर्मियों के बीच पहले नोकझोंक और फिर मारपीट शुरू हो गयी. समर्थकों ने कक्षपाल और सुरक्षाकर्मियों की जमकर पिटाई कर दी.बड़ी तादाद में अनंत सिंह के समर्थक वहां धरने पर बैठ गए थे. कक्षपाल पर लाठी-डंडे बरसने शुरू हो गए जिसमें चार जख्मी भी हुए. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों व कक्षपालों ने भी लाठी भांजी जिसमें अनंत सिंह के कई समर्थक कैदी भी जख्मी हो गए.
बेऊर जेल में हुए हंगामे पर गृह विभाग ने भी संज्ञान लिया और विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इस मामले में जेल आइजी को जांच के निर्देश दिए. पटना डीएम के निर्देश पर बनायी गयी जांच टीम ने सोमवार को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है. इस जांच रिपोर्ट को जिलाधिकारी ने जेल आइजी को भेजा है जिसमें बताया गया कि शनिवार की देर रात बंदियों द्वारा पेड़ की टहनियों को डंडा बना कर उच्च श्रेणी वार्ड पर कब्जा कर लिया था और किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था. बंदियों के दो पक्षों में भिड़ंत में कुछ को चोटें भी आयी और बीच-बचाव करने गये कक्षपालों से भी मारपीट की गयी. कुछ बंदियों ने उच्च सुरक्षा कक्ष के चाबी पर भी कब्जा कर लिया था और अन्य वार्डों को भी खोल कर बंदियों को भड़काने का प्रयास किया गया.