Bihar News: बिहार में ठगी की घटनाओं में इजाफा हुआ है. करीब हर दिन ठगी की वारदात से जुड़ी खबरे सामने आ रही है. इसी बीच राजधानी पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र में बदमाशों में एटीएम से कार्ड को गायब करके महंत के साथ ठगी की घटना को अंजाम दिया है. महंत के खाते से तीन लाख 10 हजार रुपए की निकासी की गई है. पीड़ित महंत जय नारायण ने इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है. कदमकुंआ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. इसके बाद मामले में कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस मामले की जांच कर रही है. महंत जयनारायण दास कदमकुआं थाना क्षेत्र के बाकरगंज स्थित बाबा भीखनदास ठाकुरबाड़ी में रहते हैं. जानकारी के अनुसार महंत ने अपने लेखपाल को एटीएम कार्ड देकर एटीएम से रूपए निकालने के लिए भेजा था. इसी क्रम में कदमकुआं स्थित आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम में कार्ड फंस गया. बता दें कि एटीएम में कार्ड फंसना भी बदमाशों की साजिश थी. इस तरह की कई वारदात आए दिन सामने आ रही है. इसी क्रम में महंत का कार्ड फंसाकर बदमाशों ने ठगी की है. लेखपाल ने कार्ड नहीं निकलने पर एटीएम में लगे गार्ड के नंबर पर फोन किया.
इसके बाद फोन उठाने वाले शख्स ने नाला रोड से गार्ड को बुलाकर लाने के लिए कहा था. लेखापाल ने ऐसा ही किया और वह ठग की झांसे में आ गया. नाला रोड में उसे कोई गार्ड नहीं मिला. वहीं, वापस लौटने पर उन्होंने देखा कि एटीएम कार्ड गायब है. इसके बाद 13 बार में तीन लाख 10 हजार रुपए की निकासी की गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है. सीसीटीवी फूटेज के आधार पर बदमाशों की खोजबीन की जा रही है. ट्रांजेक्शन की जानकारी भी पुलिस ले रही है.
वहीं, इससे पहले पटना में स्थित श्रीकृष्णपुरी थाना इलाके के न्यू पाटलिपुत्रा कॉलनी में अपार्टमेंट में रहने वाले एक शख्स से उसके ड्राइवर ने ही ठगी की घटना को अंजाम दिया है. चालक ने बैंक के खाते से दस लाख रूपए उड़ा लिए थे. इसके अलावा घर में रखा आठ लाख का जेवर भी लेकर फरार हो गया. पीड़ित ने चालक के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराया था. बता दें कि बच्चा राय ने अपने गाड़ी को चलाने के लिए वैशाली के रहिमपुर जमदीश गांव के कुंदन को आठ हजार रूपए की सैलरी पर रखा था. इसके बाद चालक ने व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया. आरोपित दस वर्षों से यहां काम कर रहा था. इसके बाद उसने अपने मालिक के साथ जालसाजी की. जानकारी के अनुसार पीड़ित की हार्ट सर्जरी हुई थी. इसके बाद डॉक्टरों ने उसे फोन पर बात करने से मना किया था. पीड़ित का फोन उसके ड्राइवर के पास ही रहता था. आरोपित कुंदन ने अपने मालिक के बैंक खाते से जुड़ा एप डाउनलोड करके ठगी की थी.
इसके अलावा एयरपोर्ट थाने के खाजपुरा निवासी संजय चौधरी के क्रेडिट कार्ड के खाते से साइबर बदमाशों ने 39 हजार रुपये की निकासी की थी. बिहार में साइबर अपराधियों का नेटवर्क में बढ़ोतरी हो रही है. पटना सहित मुजफ्फरपुर, मधुबनी, मोतिहारी और बेतिया से भी साइबर फ्रॉड के केस सामने आ रहे है. पुलिस के अनुसार साइबर अपराधी संगठित होकर अपराध कर रहे हैं और टेक्निकल एक्सपर्ट युवाओं को गैंग से जोड़ने में लगे हुए हैं. यह युवाओं को कम समय में अधिक रुपए कमाने का लालच दे रहे हैं. इस कारण युवा इनके जाल में फंस जा रहे हैं. अधिकतर मामलों में 20 से 30 साल के युवा साइबर अपराधी बन रहे और लोगों से ठगी कर रहे हैं.
इओयू के आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2023 से लेकर अब तक साइबर क्राइम के मामलों में एक हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें 46 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया. दर्ज मामलों में से वित्तीय फ्रॉड के मामलों में शिकायतकर्ताओं की 15 करोड़ रुपये की राशि अपराधियों द्वारा ट्रांसफर किये गये खाते में होल्ड करा ली गयी. इसमें से करीब एक करोड़ रुपये ही पीड़ित को वापस मिल पाए. बता दें कि बिहार के साइबर अपराधी सिर्फ अपने राज्य में ठगी नहीं कर रहे हैं. बल्कि दूसरे राज्यों के लोगों को भी निशाना बना रहे हैं. दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और यूपी जैसे अन्य राज्यों के लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं.
Published By: Sakshi Shiva