DDU: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU) में शुक्रवार (21 जुलाई) को सुबह से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) कार्यकर्ताओं ने फीस वृद्धि और छात्रों के निलंबन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ता दोपहर बाद तक कुलपति का इंतजार करते रहे. फिर भी शाम 3 बजे तक कुलपति बाहर नहीं निकले, जिसके बाद नाराज कार्यकर्ता कुलपति कक्ष में पहुंच गए. इस दौरान पुलिस अपनी सुरक्षा में कुलपति को बाहर निकाल रही थी, तभी कार्यकर्ताओं ने कुलपति पर हमला बोल दिया. कुलपति को पीटने के साथ ही बीच-बचाव कर रहे पुलिसकर्मियों से भी कार्यकर्ताओं ने जमकर मारपीट की.
दरअसल गोरखपुर विश्वविद्यालय में इस सत्र से 400 प्रतिशत तक की फीस वृद्धि की गई है. इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 26 जून को भी प्रशासनिक भवन पर विरोध प्रदर्शन किया था. इस पर चार कार्यकर्ताओं का विश्वविद्यालय प्रशासन ने निष्कासन कर दिया था. उस दिन कार्यकर्ताओं ने तीन गेटों के ताले भी तोड़ दिए थे. उसके बाद कुलपति ने एक-एक कर छात्रों की समस्याएं सुनी और आश्वासन दिया था कि जल्द ही इन सभी का समाधान कर दिया जाएगा. हालांकि इसका कोई परिणाम नहीं निकलने पर गुरुवार (20 जुलाई) को कुलपति का पुतला फूंकने की चेतावनी दी थी.
शुक्रवार को सुबह 10 बजे प्रदर्शनकारी कुलपति कार्यालय पहुंचे और गेट पर इस ऐलान के साथ बैठ गए कि जब तक फीस वृद्धि वापस लेने की घोषणा नहीं होती, न तो किसी को अंदर जाने देंगे और न ही बाहर. कई दिनों से धरने पर बैठे एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का गुस्सा शुक्रवार दोपहर बाद फूट पड़ा. इस दौरान समस्याओं न सुनने पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कुलपति और कुलसचिव को बुरी तरह पीट दिया, कुलपति और कुलसचिव को बुरी तरह पीट दिया.
घटना को लेकर यूनिवर्सिटी कैंपस में हंगामा खड़ा हो गया. नाराज एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कुलपति कक्ष में घुसकर तोड़फोड़ की और दरवाजा उखाड़कर फेंक दिया. सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई. यूनिवर्सिटी कैंपस में पुलिस को देखकर एबीवीपी कार्यकर्ता भड़क गए और पुलिस से भी मारपीट की. बाद में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ा दिया और मौके से कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है.
एक हफ्ते पहले भी एबीवीपी के कार्यकर्ता गोरखपुर यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर विरोध प्रदर्शन करते हुए कुलपति का पुतला दहन कर रहे थे. तभी नियंता डॉ. सत्यपाल सिंह और नियंता मंडल के सदस्य वहां पहुंचे, जहां उन्होंने छात्रों को समझाने की कोशिश की. इस दौरान दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हो गई, कार्यकर्ताओं ने मुख्य नियंता डॉ सत्यपाल सिंह, डॉ सुनील कुमार सिंह समेत अन्य सदस्यों पर हमला कर दिया. छात्रों के इस व्यवहार के बाद नियंता सन्न रह गए, इसके बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कुलपति का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की.