Weather Forecast: मानसून के आगमन के साथ ही देश के कई राज्यों में बारिश ने तबाही मचा दिया देश के अधिकांश राज्यों में बारिश से हाहाकार मच गया है. पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक पानी ही पानी है. इस बीच दस सालों के बाद एक बार फिर बर्फीले रेगिस्तान लद्दाख के लेह कस्बे में बादलों व बारिश ने कहर बरपाया है. लेह शहर में लगातार बारिश के बीच बादल फटने से जहां अधिकांश सड़कें क्षतिग्रस्त हो गयी हैं, वहीं, बादल फटने के कारण बाढ़ जैसे हालात हैं. देर रात अचानक आयी बाढ़ ने लोगों को संभलने का भी मौका नहीं दिया. पानी के साथ कीचड़ रिहायशी इलाकों में भर गया है. मौसम विभाग ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड सहित कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है.
महाराष्ट्र में जोरदार बारिश
बारिश का कहर महाराष्ट्र के कई इलाकों में भी दिख रहा है. प्रदेश के यवतमाल इलाके में जोरदार बारिश के कारण सड़कें तालाब बन गई हैं. लगातार बारिश के कारण जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है. भारी बारिश के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है. सड़कों पर कमर के बराबर पानी बह रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों के घरों में बारिश का पानी घुस गया है. यहीं हाल मुंबई का भी रहा. भारी बारिश के कारण जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया और शहर एवं इसके उपनगरों में यातायात अवरूद्ध हो गया. शहर के ज्यादातर हिस्सों और उपनगरों में भारी बारिश हुई, जिससे अंधेरी, कुर्ला, घाटकोपर तथा चेंबूर जैसे निचले इलाकों में जलभराव हो गया.
Maharashtra | NDRF continues search & rescue operation at Raigad Irshalgad landslide-hit area: NDRF
IMD issued an 'orange' alert for heavy to very heavy rainfall at isolated places in Palghar, Thane, Raigad, Ratnagiri, and Sindhudurg districts. pic.twitter.com/x8Ad0TK8QL
— ANI (@ANI) July 23, 2023
पंजाब और हरियाणा में बेहिसाब बारिश
इधर, बारिश से पंजाब और हरियाणा का भी बुरा हाल है. शनिवार को दोनों राज्यों के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई. तेज बारिश के कारण राज्यों के निचले इलाकों में जलभराव हो गया. वहीं, भारी बारिश के कारण भाखड़ा बांध में का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है. बारिश के कारण करतारपुर गलियारे के जरिये गुरुद्वारा दरबार साहिब की यात्रा को भी दो दिनों के लिए रोक दिया गया है. भारी बारिश की वजह ये यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में शनिवार सुबह आठ बजे जल प्रवाह 87177 क्यूसेक था जो दोपहर दो बजे बढ़कर 251987 क्यूसेक के स्तर पर पहुंच गया. गौरतलब है कि भाखड़ा नांगल बांध की अधिकतम जल भंडारण क्षमता 1680 फुट है जो फिलहाल 1652 फुट तक पहुंच चुकी है.
शिमला में भूस्खलन के कारण नेपाली दंपति की मौत
बीते कई दिनों से हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचा दी है. तेज बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है. जगह-जगह भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आ रही है. बीते दिनों शिमला में भूस्खलन की चपेट में आकर एक नेपाली दंपति की मौत हो गई. वहीं, बाढ़ के कारण एक होटल ढह गया जिसमें एक बुजुर्ग और उसके पोते की मौत हो गई. वहीं, तेज बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ के बाद रोहड़ू में कई घर और वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं. बता दें, शुक्रवार से ही हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज बारिश हो रही है. शनिवार तक कई इलाकों में बारिश जारी रही. शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रेणुका/दादाहु में सबसे अधिक 195 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि पछाड में 103 मिमी, नाहन में 91 मिमी, चोपाल में 90 मिमी बारिश हुई.
यूपी-उत्तराखंड सीमा पर नदी में फंसी बस
उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की सीमा पर बिजनौर जिले में शनिवार की सुबह कोटावाली नदी के तेज बहाव में यूपी परिवहन निगम की एक बस फंस गयी. रोडवेज बस के सभी 40 यात्रियों को जेसीबी मशीन से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. हालांकि, बस नदी में ही फंसी रह गयी.
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दिल्ली में फिर बाढ़ का खतरा
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बीते दो दिनों में हुई जोरदार बारिश हुई. इस कारण हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में पानी छोड़े जाने से एक बार फिर दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. हथिनी कुंड बैराज से यमुना में पानी छोड़े जाने से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से फिर ऊपर बहने लगा. बता दें, दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर शनिवार सुबह खतरे के निशान से नीचे आ गया जो पिछले कुछ दिनों से खतरे के निशान 205.33 मीटर के आसपास बना हुआ था.केंद्रीय जल आयोग ने यमुना के जलस्तर को लेकर जो आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक शनिवार शाम चार बजे तक जलस्तर घटकर 205.16 मीटर हो गया था.
भाषा इनपुट के साथ