UP Weather Update: यूपी के मौसम में उमस का सितम जारी है. मौसम के तीखे तेवर सावन के मिजाज के ठीक विपरीत हैं. राज्य के अधिकांश हिस्से बारिश के लिए तरस गए हैं. राजधानी लखनऊ सहित आसपास के क्षेत्रों की भी यही स्थिति है. लोग बादलों के बरसने की आस लगाए बैठे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक अब ये इंतजार खत्म हो सकता है और लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिलने की उम्मीद है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक मानसून एक बार फिर उत्तर प्रदेश की ओर से लौट रहा है. मानसून के फिर से रफ्तार पकड़ने के कारण प्रदेश के मौसम में इसका असर देखने को मिलेगा. मानसून की ट्रफ रेखा उत्तर की ओर बढ़ने लगी है. अभी तक ये प्रदेश से बाहर थी. इसके बदलने के कारण प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ेगी. राज्य में मानसून की सक्रियता 24 जुलाई से बढ़ने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने 24 से 28 जुलाई तक बादलों के गरजने और बिजली गिरने के आसार जताते हुए चेतावनी जारी की है.
24 जुलाई से राहत मिलने के आसार
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक प्रदेश में 24 जुलाई को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ वर्षा के आसार हैं. हालांकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ ही स्थानों पर बारिश के संकेत मिल रहे हैं.
इसके अलावा 24 जुलाई सुबह साढ़े 8 बजे से 25 जुलाई सुबह साढ़े 8 बजे के बीच बहराइच, बिजनौर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर और पीलीभीत जिले में भारी बारिश को लेकर अलर्ट है. साथ ही सहारनपुर, शाहजहांपुर, शामली, सीतापुर और श्रावस्ती के आस पास क्षेत्र में तेज बारिश होने की संभावना है.
इसके बाद 25 जुलाई को बारिश की तीव्रता व इसका क्षेत्र बढ़ेगा. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से बारिश का असर दिखेगा. साथ ही प्रदेश के पूर्वी इलाकों के अधिकतर इलाकों में भी बारिश के आसार हैं. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 26 जुलाई को भी पश्चिमी यूपी में लगभग सभी जगह और पूर्वी यूपी में अनेक स्थान पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है. वहीं 27 और 28 जुलाई को पश्चिमी व पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनेक स्थान पर गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक 25 जुलाई को कई जिलों में तेज बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी है. इससे पहले 24 जुलाई को भी पश्चिमी व पूर्वी यूपी में कई जगह बारिश होते देखने को मिल सकती है. इसके साथ ही बागपत, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद समेत कई जिलों में बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है.
इसके अलावा आज रविवार को भी पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है. साथ ही एक दो स्थानों पर बिजली गिरने के आसार हैं. पूर्वी यूपी में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात होने की संभावना है. इसके साथ ही रविवार को अमरोहा, बागपत, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में बिजली गिरने की आशंका जताई गई है. हापुड़, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली के आसपास के क्षेत्र में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का अलर्ट है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 23 जुलाई सुबह साढ़े 8 बजे से चौबीस घंटे के भीतर कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, हापुड़, मेरठ, गाजियाबाद, बागपत, मुजफ्फरनगर, शामली और सहारनपुर में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है.
इसके अलावा देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, गोंडा, बाराबंकी, लखनऊ, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, बदायूं, कासगंज, एटा, संभल, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, ललितपुर, झांसी, महोबा, बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर और सोनभद्र में भी एक दो जगह बारिश के आसार हैं.
लखनऊ में गर्मी के बीच यहां अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की उम्मीद है. प्रदेश में बीते चौबीस सबसे अधिक अधिकतम तापमान हरदोई और बस्ती में 38.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान चुर्क में 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन दिनों में प्रदेश में अधिकतम तापमान में इजाफा होने की उम्मीद नहीं है. उसके बाद तीन से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिल सकती है. वहीं अगले दो दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं. उसके बाद इसमें दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखने को मिल सकती है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक वर्तमान में निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिण उड़ीसा उत्तर आंध्र प्रदेश और इससे सटे उत्तर पश्चिम और पश्चिम मध्य बंगाल के ऊपर है. मानसून ट्रफ जैसलमेर, डीसा, इंदौर, नागपुर, जगदलपुर, निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र और फिर पूर्व दक्षिण पूर्व दिशा से पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक गुजर रही है.
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ और आसपास चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. कतरनी क्षेत्र समुद्र तल से 3.1 और 7.6 किमी ऊपर के बीच लगभग 20 डिग्री उत्तर अक्षांश पर चल रहा है. 24 जुलाई के आसपास दक्षिण ओडिशा, उत्तरी आंध्र प्रदेश तट के पास उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर ताजा निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इन परिस्थितियों के कारण उत्तर प्रदेश में बारिश की स्थिति बनने से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है.