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बिहार: आशुतोष शाही को मारी गयी थी एक दर्जन से अधिक गोली, ड्राइवर ने बताया हत्या से ठीक पहले की बातचीत…

Ashutosh Shahi Murder: मुजफ्फरपुर के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही हत्याकांड मामले में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है. शाही की स्कॉर्पियो के चालक का पुलिस ने बयान दर्ज किया है. वहीं आशुतोष शाही के शरीर से एक दर्जन से अधिक गोलियों के जख्म मिले

Ashutosh Shahi Murder: मुजफ्फरपुर में बाइक सवार अपराधियों ने चर्चित प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही को गोलियों से छलनी करके मार डाला. बीती शुक्रवार की रात को अपराधियों ने आशुतोष शाही समेत उनके दो अंगरक्षकों की भी हत्या कर दी. आशुतोष शाही एक अधिवक्ता से मिलने उनके घर गए हुए थे. इसी दौरान अधिवक्ता के घर में घुसकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया. इस पूरे मामले पर आशुतोष शाही की गाड़ी के चालक का बयान पुलिस ने दर्ज किया है.

आशुतोष शाही का किया गया अंतिम संस्कार

आशुतोष शाही के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद नंद बिहार कॉलोनी स्थित आवास पर लाया गया.कॉलोनी को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था. सिटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह, डीएसपी पूर्वी मनोज कुमार पांडेय, नगर डीएसपी राघव दयाल, मिठनपुरा थानेदार की तैनाती की गयी थी. रिश्तेदार उनके आवास पर आकर पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर रहे थे. पहलेजा ले जाने के लिए शव वाहन को भी बुलाया गया था. नाेएडा से दोपहर ढाई बजे पहुंची पत्नी व बेटियां अपने आवास पर पहुंची. उसके बाद शव को पहलेजा घाट ले जाया गया. जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया.

घटनास्थल पर मौजूद स्कॉर्पियो चालक ने क्या कहा..

आशुतोष शाही की हत्या के दौरान घटनास्थल पर मौजूद स्कॉर्पियो चालक अशोक कुमार महतो का शनिवार को डीएसपी पूर्वी व नगर डीएसपी ने बयान दर्ज किया. उसने अपने बयान में कहा है कि वह औराई के शाही मीनापुर का ही रहने वाला है. पिछले 13 साल से अधिक समय वह आशुतोष शाही का गाड़ी चला रहे थे. चालक ने बताया कि शुक्रवार को साहब की तबीयत खराब थी. पूरे दिन घर से बाहर नहीं निकले. रात्रि करीब 9: 10 मिनट पर अचानक बोले कि चलो बाहर जाना है. वे लोग स्कॉर्पियो से मिठनपुरा चौक, पानी टंकी होते हुए बनारस बैंक पहुंचे. वहां से चंदवारा मारवाड़ी हाईस्कूल के समीप अधिवक्ता सैयद कासिम हुसैन उर्फ डॉलर के आवास पर पहुंचे. साहेब व उनके सुरक्षा गार्ड गाड़ी से बाहर निकले.

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स्कॉर्पियो के अंदर ही बैठा रहा चालक

चालक ने बताया कि वह स्कॉर्पियो के अंदर ही बैठा था. करीब सात मिनट बाद अचानक गोली चलने की आवाज सुनाई दिया. अपराधी ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे थे. वह गाड़ी के अंदर ही छिपकर अपनी जान बचायी. अपराधी करीब चार से पांच मिनट तक गोलीबारी की. इसके बाद वे फरार हो गये. अपराधियों के जाने के बाद वह नीचे उतरा तो तीनों गार्ड जमीन पर जख्मी पड़े थे.

12 से अधिक गोलियों के जख्म मिले

प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही के शव का शनिवार को एफएमटी विभाग के डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. उसके बाद निजामुद्दीन व राहुल कुमार के शव डॉक्टर ने पोस्टमार्टम किया. डॉक्टरों को आशुतोष के शरीर से 12 से अधिक गोलियों के जख्म मिले हैं. चार गोली सीना, गले और कनपट्टी में फंसा था. वहीं आठ जख्म आरपार था. इसके अलावा राहुल कुमार को तीन और निजामुद्दीन के शरीर में पांच गोलियां लगने के जख्म मिले. इधर, पोस्टमार्टम के दौरान चर्चा थी कि प्रोफेशनल शूटरों ने आशुतोष शाही और उनके गार्ड को गोलियों से भून दिया है.

एक प्रॉपर्टी डीलर को हिरासत में लिया

वहीं आशुतोष शाही व उनके गार्ड के हत्याकांड मामले में पुलिस की ताबड़तोड़ छापेमारी जारी है. विशेष टीम ने इस कांड में एक प्रॉपर्टी डीलर सह कारोबारी को भी हिरासत में ली है. उनके मार्केट व घर में लगे कैमरे का पूरा हार्ड डिस्क भी अपने साथ लेकर गयी है. जिसकी वैज्ञानिक जांच जारी है. हालांकि देर रात पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ देने की बात सामने आयी है.

पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग

शनिवार की देर शाम तक इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस की विशेष टीम के द्वारा पूछताछ किया गया. 25 से अधिक जगहों पर लगे सीसीटीवी को पुलिस ने खंगाला है. इस दौरान पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं. सीसीटीवी में बाइक पर सवार होकर अपराधी जाते दिखे हैं. एसआइटी की अलग -अलग टीम इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए लगाई गयी है जो लगातार छापेमारी की रही है. वहीं इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटर के पटना में होने का सुराग पुलिस के हाथ लगा है. जिसके बाद एसआइटी ने पटना के जानीपुर इलाके में महिला मुखिया के घर छापेमारी की है. इसके अलावा पड़ोसी जिले में भी छापेमारी जारी है.

समीर हत्याकांड की यादें हुई ताजा

गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर में पूर्व मेयर समीर हत्याकांड की याद ताजा हो गयी है. समीर हत्याकांड में शनिवार को जिला जज मनोज कुमार सिंह की अदालत में गवाही होनी थी. लेकिन गवाह के नहीं पहुंचने पर गवाही नहीं हो सकी. अब कोर्ट ने गवाही के लिए 29 अगस्त की अगली तिथि निर्धारित की है.

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