Bareilly : उत्तर प्रदेश के बरेली में सावन के तीसरे सोमवार यानी आज कांवड़ियों और श्रद्धालुओं ने शिव मंदिरों में जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की. मंदिरों में सुबह से काफी भीड़ थी. जिसके चलते मंदिरों के साथ ही कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर काफी पुलिस बल लगाया गया था. मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद घर लौटने वाले कांवड़ियों और श्रद्धालुओं को लाइफ सेफ गिफ्ट (पौधों) को दिया गया. उनको जिंदगी के लिए पेड़ कितने जरूरी हैं. यह भी समझाया गया. इसके साथ ही पौधों की देखभाल करने के अपील की.
बरेली सावन के तीसरे सोमवार को शिव भक्ति में डूब गया. शहर के मंदिरों में सुबह से ही कांवड़ियों और श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना को लंबी भीड़ लग गई. श्रद्धालुओं ने शिवालय में जलाभिषेक किया. इसके साथ ही शिवालय हर हर महादेव के जयकारों से गूंज उठे. हालांकि, तीसरे सोमवार को भी कांवड़ियों की भीड़ कम बताई जा रही है. पुलिस की तरफ से कांवड़ियों और मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था में कोई कमी नहीं छोड़ी गई.
कांवड़ियों के आने वाले मार्ग पर जगह-जगह पुलिस लगी थी. शिव मंदिरों को रविवार शाम से ही सजा दिया गया था. शहर के शिव मंदिरों में बदायूं के कछला घाट, और उत्तराखंड के हरिद्वार से कांवड़िए जल लेकर पहुंचे. शहर में आने वाले कांवड़ियों का जगह-जगह फूलों से स्वागत किया गया था. इसके बाद कांवड़ियों ने मंदिर के शिवालय में जलाभिषेक कर मनोकामनाएं मांगी.
मंदिरों में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव के दर्शन, पूजन और जलाभिषेक किया. श्रद्धालुओं के लिए सोमवार सुबह से ही मंदिरों के कपाट खोल दिए गए थे. मंदिरों में बांस बल्लियां लगाकर महिला,और पुरुषों के लिए अलग पंक्तिबद्ध तरीके से पूजन अभिषेक और दर्शन की व्यवस्था की गई. हालांकि, रविवार रात से ही भगवान शिव के दर्शन के लिए शिवभक्तों के जत्थों का आना शुरू हो गया था.
बरेली के 7 नाथ मंदिर, गौरीशंकर गुलड़िया, सिद्धबाबा मंदिर और ईदजागीर मंदिर में आनेवाले श्रद्धालुओं को ईश्वरीय वरदान स्वरूप कल्पवृक्ष का पौधा भेंट किया गया. इस कल्पवृक्ष महाअभियान को लेकर सभी को जिम्मेदारी दी गई है. इसका उद्देश्य जिले में वनावरण क्षेत्र को बढ़ाना, और रोपित पौधों की ठीक तरह से देखभाल करना है. इस योजना के तहत 75 हजार से ज्यादा पौधे वितरित किए जाएंगे.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभाकर चौधरी ने सावन माह के तृतीय सोमवार पर शांति, और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए बारादरी थाना क्षेत्र के श्री वनखण्डीनाथ मंदिर का भ्रमण किया. उन्होंने श्री वनखण्डीनाथ मंदिर पर ही कल्प वृक्ष रोपण (अभियान) के अन्तर्गत 5100 पौधे कावड़ियो, श्रद्धालुओं, भोलेजन और उनके परिवारीजन को प्रसाद स्वरुप वितरित किए. इस दौरान अन्य अफसर भी मौजूद थे.
सावन (श्रावण मास) के तीसरे सोमवार को लेकर शुक्रवार शाम 5 बजे से रूट डायवर्जन लागू कर दिया गया था. रूट डायवर्जन के कारण राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है. हालांकि, नेशनल हाइवे को वन वे कर दिया गया है. बरेली से दिल्ली, गाजियाबाद, हरियाणा, मुरादाबाद, नरौरा, बुलंदशहर, बड़ा बाईपास से निकाला गया. मगर, अचानक लिंक मार्ग पर जाने से राहगीर भटक गए. राहगीरों को नए रूट पर भेजने से पहले रोड पर रूट चार्ट के फ्लेक्स, होर्डिंग भी नहीं लगे थे. राहगीर रास्ते भटक गए. मगर, यह रूट डायवर्जन सोमवार रात 8 बजे से खत्म हो जाएगा. यह रूट डायवर्जन हर शुक्रवार की रात 8 बजे से लागू होगा.
बरेली शहर के शिव मंदिरों में 25 फीसद शिवभक्त हरिद्वार और 75 से 80 फीसद बदायूं के कछला गंगा घाट से जल लेकर आते हैं. मगर, कांवड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था को बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी लगाए गए थे. इसमें काफी पुलिस कर्मियों के बॉडी वार्न कैमरे में थे. वह कैमरों से निगाहवानी कर रहे थे.
सावन के चलते रोडवेज बस को डायवर्ट रूटों से निकाला जा रहा है. इस कारण बसों को अतिरिक्त चलाना पड़ रहा है. जिसके चलते रोडवेज ने दिल्ली, बदायूं, मथुरा, आगरा, शाहजहांपुर, मुरादाबाद और लखनऊ आदि रूट की बसों का किराया बढ़ा दिया है. यात्रियों को 10 से 30 रूपये तक अतिरिक्त किराया देना पड़ रहा है. इससे यात्री खफा हैं. आपको बता दें कि बरेली वाया रामपुर, मुरादाबाद-दिल्ली हाईवे को वन-वे कर दिया गया है. इससे वाहनों का संचालन मुश्किल हो गया है. इस कारण हाइवे पर एक्सीडेंट बढ़ गए हैं.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली