पटना. संसदीय दल की बैठक में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की तुलना इंडियन मुजाहिद्दीन और ईस्ट इंडिया कंपनी से की. इसको लेकर देश की सियासत गर्म हो गई है. विपक्षी दल हमलावर हो गए हैं. प्रधानमंत्री के बयान पर जदयू ने कड़ी आपत्ति जताई है. जदयू ने पूछा है कि पीएम मोदी को इंडिया से परेशानी क्यों हो रही है. जदयू नेता और बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर कहा कि पीएम मोदी ने I.N.D.I.A को आतंकवादी संगठन से जोड़ने की कोशिश की है. हमें लगता है कि वह हमारे I.N.D.I.A से आतंकित हो गये हैं. उनको सत्ता जाने का डर सताने लगा है. यह स्वभाविक भी है.
उनका आतंकित होना स्वभाविक
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए विजय चौधरी ने कहा कि कौन देशप्रेमी है और कौन आतंकवादी है, इसका निर्णय 2024 के लोकसभा चुनाव में देश की जनता करेगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि विपक्ष दिशाहीन है, जबकि विपक्ष का एक ही लक्ष्य है, उनको सत्ता से बेदखल करना. विजय चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अगर I.N.D.I.A को आतंकवादी संगठन से जोड़ने का प्रयास किया है, तो हम यही कहना चाहेंगे कि उनके शब्दों पर नहीं भाव पर जाइये. अगर I.N.D.I.A उनको आतंकवादी दिखता है तो इतना तय हो गया है कि वो आतंकित हैं. उनकी गद्दी पर खतरा दिखने लगा है. उनका आतंकित होना स्वभाविक है.
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हिटलर की भाषा भी ऐसी ही थी
इस दौरान ऊर्जा एवं योजना विकास मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि कभी हिटलर ने भी इसी तरह की भाषा का प्रयोग किया था. प्रधानमंत्री होकर संपूर्ण विपक्ष पर हमला बोलना, यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. लोकतंत्र में विपक्ष भी सरकार का अंग होता है. उन्होंने कहा कि इतिहास को पढ़िये कभी हिटलर ने भी इसी भाषा का प्रयोग किया था विपक्ष के लिए. संपूर्ण विपक्ष के लिए प्रधानमंत्री होकर इस तरह से हमला बोलना, ये लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है. लोकतंत्र में पक्ष-विपक्ष होते हैं. विपक्ष भी सरकार का अंग होता है. ऐसी फूहड़ भाषा का इस्तेमाल निंदनीय है.
इंडिया से उनके प्रॉब्लम का कारण क्या है
जदयू कोटे की महिला मंत्री लेसी सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री को इंडिया से किस बात की परेशानी है. उनको बताना चाहिए कि इंडिया से उनके प्रॉब्लम का कारण क्या है. भाजपा और देश के प्रधानमंत्री बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्षी एकता की पहल से घबरा गये हैं. विपक्ष के एकजुट होने से पीएम मोदी परेशान और हताश हो चुके हैं, इसीलिए अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं, लेकिन 2024 में इनको देश की जनता सबक सिखाएगी.
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केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए
बेगूसराय की घटना पर सवाल पूछे जाने पर लेसी सिंह ने कहा प्रधानमंत्री को मणिपुर की घटना पर जवाब देना चाहिए. 77 दिन से पूरा मणिपुर जल रहा है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री चुपचाप हैं. केंद्र सरकार को जवाब देना चाहिए कि मणिपुर में क्या हुआ. यह सरकार ना तो महिलाओं के सुरक्षा के लिए कोई कदम उठा रही है और ही ना बेरोजगारी और महंगाई के लिए कोई काम कर रही है. 2024 में देश की जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकेगी.
नाम से कोई बहुत अंतर नहीं पड़ता
इधर, राष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि कोई व्यक्ति अपने बेटे का नाम कलेक्टर सिंह रख ले, तो उनका बेटा कलेक्टर नहीं हो जाएगा. पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने विपक्षी दलों पर जमकर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम U.P.A से I.N.D.I.A रख लिया है. नाम रखने से क्या होता है. हालांकि वह भी कितना उचित या अनुचित है, यह विमर्श का विषय है, लेकिन इससे कोई बहुत अंतर नहीं पड़ता है और ना ही इसका असर आगामी चुनाव में पड़ेगा. कुशवाहा ने कहा कि 2024 में नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे. जनता उनके साथ हैं.
जदयू अब समाप्त हो चुकी है
जदयू की ओर से दिये जा रहे बयान पर उन्होंने कहा कि जदयू अब समाप्त हो चुकी है. इसे गिरवी रख दिया गया है. नीतीश कुमार राजद के समक्ष नतमस्तक हो गये हैं. नीतीश कुमार ने अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली है. आज की तारीख में उनका कोई आधार नहीं है. नीतीश कुमार के लौटने संबंधी बयान पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वैसे तो नीतीश कुमार दूसरे के बारे में बोलते रहते हैं, लेकिन आजकल वो खुद कुछ से कुछ बोलते रहते हैं, जिसका कोई आधार नहीं होता है.