17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पंचायत चुनाव में हुई हिंसा को लेकर ममता पर बरसे रविशंकर,कहा- बंगाल में लोकतंत्र शर्मसार, मामले की हो CBI जांच

बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा की काफी घटनाएं घटी. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चुनाव में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है, बीजेपी नेताओं के घर पर हमला किया गया. कई लोगाें की हत्या कर दी गई.

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा की काफी घटनाएं घटी. घटनाओं की जांच के लिये फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने आकर बंगाल में हिंसा वाले इलाकों का जायजा लिया. फैक्ट फाइडिंग कमेटी ने बंगाल में हुए पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा को लेकर भाजपा ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को एक रिपोर्ट सौंपी है. इसकी जानकारी भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी. इस दौरान उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर गंभीर आरोप लगाया. पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि चुनाव में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है, बीजेपी नेताओं के घर पर हमला किया गया. बंगाल में शर्मनाक लोकतंत्र की तस्वीर देखने को मिल रही है. आखिरकार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बंगाल में लगातार हो रही हिंसा के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है.

पंचायत चुनाव में हुई हिंसा की हो सीबीआइ जांच

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल किया है कि पंचायत चुनाव के दौरान इतनी हिंसा की क्या जरुरत थी. इस मामले की सीबीआइ जांच की जानी चाहिए. बंगाल में लोकतंत्र को तृणमूल समर्थकों ने शर्मसार किया है. भाजपा समर्थकों का मारना, घर तोड़ना, दुष्कर्म जैसी कई घटनाऐं सामने आई है आखिरकार इतनी लोगों की मौत के पीछे क्या वजह है. मुख्यमंत्री को इसका जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत के स्तर पर चुनाव हमेशा महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि ये हमारे संविधान के अनुसार भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनावों के पहले स्तर के होते हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल में इन चुनावों के दौरान जिस तरह से हिंसा देखी गई है वह शर्मनाक है.

Also Read: पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिये फैक्ट फाइंडिंग कमेटी पहुंची कोलकाता
हर चुनाव के दौरान कोर्ट को क्यों हस्तक्षेप करना पड़ता है

रविशंकर प्रसाद का कहना है कि राज्य में हर चुनाव के दौरान कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है आखिर क्यों ?. आप अपने राज्य को संभालने में असमर्थ नजर आ रहीं हैं. उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि ममता जी हिंसा प्रभावित इलाकों पर विचार करेंगी. ममता जी, आपकी लोकतांत्रिक साख अभी और परीक्षा में है. जनता को भी आपको जवाब देना होगा. जनता आखिरकार कब तक मूकदर्शक बनेगी. हिंसा के खिलाफ लोगों को अब लड़ने की जरुरत है.

Also Read: बंगाल में आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटने का मामला : ममता बनर्जी सरकार पर बीजेपी-कांग्रेस का हल्ला बोल
आखिरकार लोगों को वोट क्यों नहीं देने दिया गया

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोगों को पंचायत चुनाव का हिंसा बनने से रोकने के लिये तृणमूल की ओर से पूरी ताकत झोंक दी गई थी. बंगाल की जनता को ऐसा डरा दिया गया कि वह हिंसा के खिलाफ कुछ बोल ना पाये. भाजपा प्रार्थियों पहले तो नामांकन नहीं करने दिया गया. अगर नामांकन हो भी जाए, तो राज्य सरकार प्रचार-प्रसार में बाधा उत्पन्न करती है. तृणमूल समर्थक लोगों को बूथ तक नहीं जाने दे रहे थे यह सब आपको नहीं दिख रहा था क्या. आप बंगाल की मुख्यमंत्री है और हिंसा में इतने लोग मारे गये आपको तकलीफ नहीं होती है.

Also Read: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बड़ी घोषणा, मनरेगा के तर्ज पर ‘खेला हाेबे’ योजना की होगी शुरुआत
पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा के पांच कारण 

रविशंकर प्रसाद का कहना है कि पश्चिम बंगाल के हिंसा इलाकों का दौरा करने के बाद हमने जाना कि हिंसा के लिये 5 कारण बेहद खास थे.

  • नामांकन नहीं करने देंगे.

  • नामांकन कर लिया तो तुम्हें प्रचार नहीं करने देंगे, तुम्हारे बच्चों को भी किडनैप कर लेंगे.

  • अगर नामांकन कर दिया तो तुम्हारा नामांकन रिजेक्ट करेंगे.

  • अगर आपने प्रचार किया तो आपके समर्थकों के घर पर बम बरसाएंगे, पीटेंगे और घर में हिंसा करेंगे.

  • अगर आप जीत गए तो आपको सर्टिफिकेट नहीं देंगे, सर्टिफिकेट तभी देंगे, जब आप टीएमसी ज्वॉइन करेंगे.

Also Read: मणिपुर की घटना बेहद शर्मनाक,भाजपा पर निशाना साधते हुए बोलीं CM ममता बनर्जी
बंगाल में महिलाएं सुरक्षित क्यों नहीं

बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. जहां की मुख्यमंत्री खुद एक महिला है फिर भी वहां पर महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा है. पंचायत चुनाव के दौरान भाजपा की एक आदिवासी उम्मीदवार के साथ बलात्कार किया गया और उसके कपड़े फाड़े गए. आज सुबह खबर आई कि 13 साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया. ममता जी आपने बंगाल को क्या बना दिया है. हम लोग बंगाल में घूम रहे थे तो हमें बंगाल की पुरानी स्मृतियां आ रही थी कि ये अरविंदो घोष का बंगाल है, ये सुभाष चंद्र बोस का बंगाल है, ये रबीन्द्रनाथ टैगोर का बंगाल है. लेकिन अपने इसे हिंसा और जनता की खून से रंग कर बंगाल का रुप बदल दिया है.

Also Read: अभिषेक के खिलाफ सोमवार तक कोई कार्रवाई नहीं, इडी ने अदालत में दिया आश्वासन

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें