स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने कहा है कि राजभवन को अब हिंदी में ही मूल विधेयक भेजा जायेगा. उन्होंने अधिकारियों को भी विधेयक को मूल स्वरूप यानि हिंदी में भेजने का निर्देश दिया है. स्पीकर ने कहा कि उच्च अधिकारियों के साथ बैठक में राजभवन से त्रुटि के कारण विधेयकों के लौटने पर विशेष चर्चा हुई है. हिंदी से अंग्रेजी में कुछ गलतियां हो रही हैं. इसके बाद वापस किया जाता है. विधानसभा के पटल में मूल विधेयक हिंदी के स्वरूप में आते हैं, इसी रूप में पारित भी होते हैं.
ऐसे में मूल विधेयक उसी रूप में राजभवन को भेजा जायेगा. इसका अंग्रेजी अनुवाद करना है, तो राजभवन या सरकार अपने स्तर पर करा ले. सत्र में उपलब्ध कराये जानेवाले विधेयकों की लिपिकीय त्रुटि, हिंदी-अंग्रेजी अनुवाद आदि विषयों को संबंधित विभागों द्वारा ध्यानपूर्वक जांचने का निर्देश भी दिया. स्पीकर श्री महतो ने बुधवार को सत्र के सुचारू संचालन को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की.
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में स्पीकर ने कहा कि कार्यपालिका विधानसभा को लेकर थोड़ा उदासीन रही है. ऐसे में कुछ गलतियां भी हुई हैं और सदन के अंदर व्यवधान भी हुआ है. विधानसभा की कार्यवाही को अधिकारी गंभीरता से लें. आला अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि सदन में उपस्थिति का रोस्टर बनाया जाये. उन्होंने इस संबंध में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को निर्देश भी दिया है. दर्शक दीर्घा में अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित होनी चाहिए.
स्पीकर ने पक्ष-विपक्ष से सदन को सुचारू रूप से चलाने का आग्रह किया है. जनहित और जनता के सवाल सदन में आने चाहिए. राजनीतिक दलों की विचारधारा अलग-अलग हो सकती है, लेकिन सदन में जनता के सवालों को लेकर गंभीर होना चाहिए. सदन बाधित होने से हम जनता की उम्मीद पर खरा नहीं उतर पायेंगे. बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह सिंह, डीजीपी अजय कुमार सिंह, प्रधान सचिव नलिन कुमार, अजय कुमार सिंह, अविनाश कुमार सिंह, सचिव मनीष रंजन, विधानसभा के प्रभारी सचिव सैयद जावेद हैदर शामिल हुए.