17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नेतरहाट आवासीय विद्यालय में दाखिला के लिए आवेदन की प्रक्रिया जारी, जानें परीक्षा से संबंधित सभी जरूरी बातें

इस परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्र की उम्र 10 से 12 साल के बीच होनी चाहिए. साथ ही वे पांचवीं पास हो. आवेदन ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों ही मोड में जमा करने होंगे.

नेतरहाट आवासीय विद्यालय में सत्र (2023-24) दाखिले के लिए आवेदन की प्रक्रिया जारी है. कक्षा 6 में नामांकन के लिए इच्छुक छात्र 31 अगस्त 2023 तक कर सकते हैं. एडमिशन प्रवेश परीक्षा के आधार पर होगा. कुल 100 छात्रों का चयन किया जाना है. इसमें चयनित छात्र 12वीं तक की पढ़ाई सीबीएसइ बोर्ड के माध्यम से कर सकेंगे. हालांकि चयन से पहले छात्रों को मेडिकल टेस्ट से भी गुजरना होगा.

कैसे करें आवेदन :

इस परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्र की उम्र 10 से 12 साल के बीच होनी चाहिए. साथ ही वे पांचवीं पास हो. आवेदन ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों ही मोड में जमा करने होंगे. इच्छुक उम्मीदवार www.netarhatvidyalaya.com वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. वहीं ऑफलाइन आवेदन करने वाले छात्रों को उक्त वेबसाइट से प्रिंट निकालकर आवेदन भरना होगा. इसके बाद स्पीड पोस्ट के माध्यम से 5 वीं उत्तीर्णता प्रमाण पत्र समेत अन्य जरूरी दस्तावेजों को संलग्न करते हुए स्कूल के पते पर भेजना होगा.

Also Read: नेतरहाट स्कूल में भी नामांकन लेने के लिए झारखंड का निवासी होना अनिवार्य, सत्यापन के बाद ही मिलेगा दाखिला
प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए क्या हैं शर्तें

अभ्यर्थी को झारखंड का मूल निवासी या स्थानीय निवासी होना अनिवार्य होगा. इसके लिए वे सक्षम प्राधिकार (अंचलाधिकारी या अनुमंडलाधिकारी ) से निर्गत निवास प्रमाण पत्र संलग्न अनिवार्य होगा.

एक अगस्त 2022 को जिसकी उम्र 10 वर्ष से कम नहीं हो या 12 वर्ष से अधिक नहीं हो. जन्म प्रमाण पत्र संलग्न करना अनिवार्य है.

अभ्यर्थी अगर आरक्षण श्रेणी का है, तो सक्षम प्राधिकार से निर्गत जाति प्रमाण पत्र से संबंधित दस्तावेज संलग्न करना अनिवार्य है.

8 अक्तूबर को होगी परीक्षा

नेतरहाट विद्यालय में एडमिशन के लिए 8 अक्तूबर को प्रवेश परीक्षा होगी. परीक्षा 5 प्रमंडल के लगभग लगभग सभी जिलों में आयोजित होगी. परीक्षा 100 अंकों की होगी. इसमें मानसिक योग्यता, हिंदी, गणित, विज्ञान व सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछे जायेंगे. जिसमें मानसिक योग्यता/ 30 अंक/ वस्तुनिष्ठ प्रकृति – 30 अंक, विज्ञान/ 35 अंक/ वस्तुनिष्ठ प्रकृति – 15 अंक, विचारनिष्ठ प्रकृति – 20 अंक, सामान्य ज्ञान/ 35 अंक/ वस्तुनिष्ठ प्रकृति – 15 अंक, विषय निष्ठ प्रकृति – 20 अंक की होगी. इस प्रकार कुल 200 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे.

Also Read: क्या अभिभावक बच्चों का अब नेतरहाट स्कूल में नहीं कराना चाहते दाखिला? झारखंड से 5000 आवेदन भी नहीं आ रहे
कई आईएएस, आईपीएस निकल चुके हैं इस स्कूल से

नेतरहाट आवासीय विद्यालय सिर्फ झारखंड (Netarhat Residential School, Jharkhand) का ही नहीं देश का काफी जाना माना और बेहद प्रतिष्ठित स्कूल है. यहां पर अपने बच्चों को पढ़ाना हर मां-बाप का सपना होता है कि उनके बच्चों को कैसे भी करके इस स्कूल में एडमिशन मिल जाए. क्योंकि इस स्कूल से कई आईएएस, आईपीएस, प्रशासनकि अधिकारी समेत कई डॉक्टर और इंजीनियर निकल चुके हैं.

इस स्कूल की पहचान देश में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी है. इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र आज देश के कई बड़े-बड़े पदों पर सेवाएं दे रहे हैं. देश में कार्यरत कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी इस स्कूल के छात्र रह चुके हैं. दुनिया के कई देशों में भी यहां के छात्रों ने अपना परचम लहराया है.

Also Read: नेतरहाट विद्यालय में नामांकन की प्रक्रिया शुरू, 29 जनवरी को होगी परीक्षा, जानें आवश्यक शर्तें
कहां पर है स्थित

झारखंड की राजधानी रांची से 150 किमी दूर यह स्कूल लातेहार जिला में स्थित है. जिस स्थान पर यह स्कूल है वह पर्यटन के दृष्टिकोण से भी बेहद प्रसिद्द है. झारखंड में इसे लोग क्वीन ऑफ छोटा नागपुर के नाम से भी जानते हैं. यहां कि खूबसूरती लोगों का मन मोह लेती है. 10वीं और 12वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम में हर साल यहां के छात्र शानदार प्रदर्शन करते हैं.

लातेहार में स्थित नेतरहाट, क्वीन ऑफ छोटा नागपुर के रूप में भी जाता है. यहां के खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य और नैसर्गिक सुंदरता इसे एक अलग पहचान देती है. स्थापना के समय से ही एकीकृत बिहार और बाद में झारखंड में होने वाले बोर्ड की परीक्षा में फ‌र्स्ट टेन पोजिशन में नेतरहाट स्कूल के स्टूडेंट्स का कब्जा रहा है.

नामांकन लेने के लिए झारखंड का निवासी होना अनिवार्य

विद्यालय में नामांकन के पूर्व विद्यार्थियों द्वारा जमा आवासीय प्रमाण पत्र का सत्यापन कराया जाता है. इसके लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा नामांकन के लिए चयनित विद्यार्थियों का निवास प्रमाण पत्र संबंधित जिले के उपायुक्त को भेजा जाता है. विद्यार्थी द्वारा जमा प्रमाण पत्र के सत्यापन के बाद ही नामांकन लिया जाता है. अगर सत्यापन में फर्जी दस्तावेज पाया जाता है तो दाखिला रद्द हो जाता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें