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World’s Smallest Country: ये है विश्व का सबसे छोटा देश, रहते हैं मात्र 27 लोग, जानिए कैसे पहुंच सकते हैं यहां

World's Smallest Country: दुनिया का सबसे छोटा देश इंग्लैंड के पास स्थित है जिसका नाम सीलैंड है. इंग्लैंड के सफोल्क बीच से करीब 10 किमी की दूरी पर यह देश स्थित है. यह देश एक किले पर बसा है जो खंडहर हो चुका है. आइए जानें इसके बारे में रोचक तथ्य

World’s Smallest Country: दुनिया में चीन, रूस, भारत और अमेरिका जैसे बड़े क्षेत्रफल वाले देश हैं, साथ ही इनके क्षेत्रफल के अलावा यहां की आबादी करोड़ों में है. लेकिन क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि किसी देश की आबादी मात्र 27 लोगों की है और ये एक बास्केटबॉल ग्राउंड के बराबर दिखता है. दुनिया का सबसे छोटा देश इंग्लैंड के पास स्थित है जिसका नाम सीलैंड है. इंग्लैंड के सफोल्क बीच से करीब 10 किमी की दूरी पर यह देश स्थित है. यह देश एक किले पर बसा है जो खंडहर हो चुका है. आइए जानें इसके बारे में रोचक तथ्य

सीलैंड को कहा जाता है माइक्रो नेशन
 

सीलैंड देश समुद्र के बीचों-बीच है. कमाल की बात ये है कि ये पूरा देश केवल दो पिलर पर टिका है. यहां का अपना अलग कानून है. यहां की आबादी भी 50 से कम है. इस देश को माइक्रो नेशन कहा जाता है. करीब 13 साल पहले 9 अक्टूबर 2012 को रॉय बेट्स नाम के एक शख्स ने अपने आपको सीलैंड का प्रिंस घोषित किया था. बेट्स की मौत के बाद से इस पर उनके बेट माइकल का राज है. यह समुद्री किला उत्तरी सागर में सफक (ब्रिटेन) से लगभग 12 किलोमीटर दूर पूर्व में स्थित है.

द्वितीय विश्व युद्ध के समय बना था किला

सीलैंड की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक, 1950 के दशक की शुरुआत में ब्रिटिश सेनाओं ने इन समुद्री किलों को छोड़ दिया. विश्व संकट के समय में अंतरराष्ट्रीय जल में उनके अवैध निर्माण के कारण, उन्हें अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने के लिए नष्ट कर दिया जाना चाहिए था. लेकिन सीलैंड वाले किले को छोड़कर अन्य सभी किलों को ध्वस्त कर दिया गया. इसे माइक्रो नेशन कहा जाता है. माइक्रो नेशन वे देश होते हैं, जिन्हें इंटरनेशनल मान्यता नहीं मिलती.

ऐसे चलती है यहां के लोगों की अजीवका

बताया जाता है कि पहली बार इंटरनेट के जरिए लोगों ने इसके बारे में जाना, लोग यहां रहने वाले लोगों की मदद के लिए आगे आए थे. उन्होंने खूब चंदा दिया. इससे यहां के लोगों को आर्थिक सहायता मिली. इसके बाद यहां के लोगों की अजीवका चलने लगी.

यह देश इतना छोटा है कि इसे गूगल मैप पर सर्च कर पाना बहुत ही मुश्किल है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीलैंड को अभी तक मान्यता नहीं मिली है. इस वजह से एक देश के रूप में यहां बहुत सारी चीजें लागू नहीं होतीं. अगर आप दुनिया का सबसे छोटा देश (Smallest Country in the World) सर्च करेंगे तो आपको सीलैंड नहीं, बल्कि वेटिकन सिटी का नाम दिखाया जाता है.

आइए जानते हैं उन 10 देशों के बारे में जो दुनिया के सबसे छोटे देश माने जाते हैं


वैटिकन सिटी

यूरोप महाद्वीप में स्थित यह देश दुनिया का सबसे छोटा देश  माना जाता है. सिर्फ 44 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में बसे इस देश की जनसंख्या मात्र 840 है. इसके बावजूद इस देश को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है.  

मोनैको

वेटिकन सिटी के बाद मोनैको को दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश माना जाता है. यह देश फ्रांस और इटली के बीच समुद्र किनारे बसा हुआ है. 2.02 वर्ग   किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैले इस देश की कुल आबादी 2016 की गणना के अनुसार लगभग 38,499 है.

नौरु

नौरु प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप देश है. इस देश का क्षेत्रफल 21.3 वर्ग किलोमीटर है. 2016 की जनसंख्या गणना के अनुसार इस देश की कुल आबादी करीब13,049 है.

सैन मैरिनो

सैन मैरिनो यूरोप का सबसे पुराना देश माना जाता है. यह विश्व का पांचवा सबसे छोटा देश माना जाता है. इस देश की भाषा इटालियन है.61 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश की जनसंख्या तकरीबन 33,203 है. 

तुवालु

तुवालु की गिनती दुनिया के चौथे सबसे छोटे देश में होती है. यह भी नौरु की तरह प्रशांत महासागर में स्थित है. यह देश पहले ब्रिटेन के अधीन था. इसका क्षेत्रफल 26 वर्ग किलोमीटर है. इस देश की आबादी लगभग 11,097 है.

 लिक्टनस्टीन

पश्चिमी यूरोप में स्थित यह देश दुनिया का 6वां सबसे छोटा देश माना जाता है, इस देश की सीमाएं स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया से मिलती हैं. 160 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले इस देश की जनसंख्या 37,666 के आस पास है.

मार्शल आइलैंड

अटलांटिक महासागर में स्थित यह देश विश्व के सबसे छोटे देशों  में सातवें नंबर पर आता है. इसका क्षेत्रफल 181 वर्ग किलोमीटर और जनसंख्या लगभग 53,066 है.

मालदीव

इस देश की गिनती भले ही दुनिया के छोटे देशों में होती है, लेकिन यह देश टूरिज्म के लिहाज से दुनिया के प्रसिद्ध देशों में गिना जाता है. हिन्द महासागर का मोती भी कहा जाता है. वैसे यह देश जनसंख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से एशिया का सबसे छोटा देश माना जाता है. 298 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश  की कुल आबादी 4 लाख 17 हजार है.

मोनैको

वेटिकन सिटी के बाद मोनैको को दुनिया का दूसरा सबसे छोटा देश माना जाता है. यह देश फ्रांस और इटली के बीच समुद्र किनारे बसा हुआ है. 2.02 वर्ग   किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैले इस देश की कुल आबादी 2016 की गणना के अनुसार लगभग 38,499 है.

नौरु

नौरु प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप देश है. इस देश का क्षेत्रफल 21.3 वर्ग किलोमीटर है. 2016 की जनसंख्या गणना के अनुसार इस देश की कुल आबादी करीब13,049 है.

सैन मैरिनो

सैन मैरिनो यूरोप का सबसे पुराना देश माना जाता है. यह विश्व का पांचवा सबसे छोटा देश माना जाता है. इस देश की भाषा इटालियन है.61 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश की जनसंख्या तकरीबन 33,203 है. 

तुवालु

तुवालु की गिनती दुनिया के चौथे सबसे छोटे देश में होती है. यह भी नौरु की तरह प्रशांत महासागर में स्थित है. यह देश पहले ब्रिटेन के अधीन था. इसका क्षेत्रफल 26 वर्ग किलोमीटर है. इस देश की आबादी लगभग 11,097 है.

 लिक्टनस्टीन

पश्चिमी यूरोप में स्थित यह देश दुनिया का 6वां सबसे छोटा देश माना जाता है, इस देश की सीमाएं स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया से मिलती हैं. 160 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले इस देश की जनसंख्या 37,666 के आस पास है.

मार्शल आइलैंड

अटलांटिक महासागर में स्थित यह देश विश्व के सबसे छोटे देशों  में सातवें नंबर पर आता है. इसका क्षेत्रफल 181 वर्ग किलोमीटर और जनसंख्या लगभग 53,066 है.

मालदीव

इस देश की गिनती भले ही दुनिया के छोटे देशों में होती है, लेकिन यह देश टूरिज्म के लिहाज से दुनिया के प्रसिद्ध देशों में गिना जाता है. हिन्द महासागर का मोती भी कहा जाता है. वैसे यह देश जनसंख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से एशिया का सबसे छोटा देश माना जाता है. 298 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश  की कुल आबादी 4 लाख 17 हजार है.

नौरु

नौरु प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप देश है. इस देश का क्षेत्रफल 21.3 वर्ग किलोमीटर है. 2016 की जनसंख्या गणना के अनुसार इस देश की कुल आबादी करीब13,049 है.

सैन मैरिनो

सैन मैरिनो यूरोप का सबसे पुराना देश माना जाता है. यह विश्व का पांचवा सबसे छोटा देश माना जाता है. इस देश की भाषा इटालियन है.61 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश की जनसंख्या तकरीबन 33,203 है. 

तुवालु

तुवालु की गिनती दुनिया के चौथे सबसे छोटे देश में होती है. यह भी नौरु की तरह प्रशांत महासागर में स्थित है. यह देश पहले ब्रिटेन के अधीन था. इसका क्षेत्रफल 26 वर्ग किलोमीटर है. इस देश की आबादी लगभग 11,097 है.

 लिक्टनस्टीन

पश्चिमी यूरोप में स्थित यह देश दुनिया का 6वां सबसे छोटा देश माना जाता है, इस देश की सीमाएं स्विट्जरलैंड और ऑस्ट्रिया से मिलती हैं. 160 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले इस देश की जनसंख्या 37,666 के आस पास है.

मार्शल आइलैंड

अटलांटिक महासागर में स्थित यह देश विश्व के सबसे छोटे देशों  में सातवें नंबर पर आता है. इसका क्षेत्रफल 181 वर्ग किलोमीटर और जनसंख्या लगभग 53,066 है.

मालदीव

इस देश की गिनती भले ही दुनिया के छोटे देशों में होती है, लेकिन यह देश टूरिज्म के लिहाज से दुनिया के प्रसिद्ध देशों में गिना जाता है. हिन्द महासागर का मोती भी कहा जाता है. वैसे यह देश जनसंख्या और क्षेत्रफल के हिसाब से एशिया का सबसे छोटा देश माना जाता है. 298 वर्ग किलोमीटर में फैले इस देश  की कुल आबादी 4 लाख 17 हजार है.

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