Lucknow : उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (UP ATS) की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई है. चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में एक संदिग्ध जासूस को हिरासत में लिया है. संदिग्ध मुंबई वाली फ्लाइट से लखनऊ पहुंचा था. उसके बारे में एटीएस को पहले से भनक लग गई थी.
दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान के लिए कथित तौर पर जासूसी करने वाला संदिग्ध खुद लखनऊ आया था. वहीं, यह भी दावा किया जा रहा है कि एटीएस की टीम ने उसे महाराष्ट्र के पुणे से हिरासत में लिया है. हालांकि, एजेंसी की ओर से इस संबंध में कोई पुष्टि नहीं की गई है.
दरअसल, गोंडा के तरबगंज थाना क्षेत्र के दीनपुरवा रामापुर गांव के रहने वाले अरशद को लेकर कई प्रकार की चर्चा चल रही है. गांव में दावा किया जा रहा है कि वह खुद सरेंडर करने आया था. अरशद पर आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. पिछले दिनों गिरफ्तार किए गए आईएसआई एजेंट मोहम्मद रईस से पूछताछ के दौरान अरशद का नाम सामने आया है. अरशद भी उसी के गांव का रहने वाला है. वह पुणे में नौकरी करता है. अरशद भी उसके संपर्क में था. जरूरी सूचनाएं वह रईस तक पहुंचाता था. अरशद से पूछताछ में यूपी एटीएस जासूसी के जाल के बारे में पूरी जानकारी ले सकता है.
आईएसआई एजेंट मोहम्मद रईस से यूपी एटीएस लगातार पूछताछ कर रही है. उसे कस्टडी रिमांड पर लिया गया है. यूपी एटीएस गुरुवार को रईस को उसके गांव दीनपुरवा रामापुर लेकर गई. वहां उसके माता-पिता और परिवार के लोगों के सामने पूछताछ की गई. करीब सवा घंटे तक एटीएस टीम गांव में रही. इस दौरान एटीएस के हाथ कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज लगने का दावा किया जा रहा है. पूछताछ के बाद एटीएस टीम रईस के कपड़े और कागजात लेकर लखनऊ चली गई.
यूपी एटीएस की कार्रवाई लगातार जारी है. रईस से पहले देशविरोधी गतिविधियों में शामिल दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. जम्मू कश्मीर के रिजवान खान और गोंडा के सद्दाम शेख की गिरफ्तारी के बाद से लगातार कार्रवाई ही जा रही है. सद्दाम कर्नाटक के ढाबसपेट में ड्राइवर का काम करता था. गोंडा के पठानपुरवा निवासी पर किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की तैयारी का आरोप लगा है.
उल्लेखनीय है कि 17 जुलाई को गोंडा जिले से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट मोहम्मद रईस को गिरफ्तार किया था. गोंडा के तरबगंज थाना क्षेत्र के दीनपुरवा का रहने वाला रईस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी कर रहा था. एटीएस मुख्यालय पर पूछताछ के बाद रईस की गिरफ्तारी की गई है. दो माह पहले मोहम्मद रईस मुंबई से अपने घर लौट था. मुंबई के अरमान नामक युवक ने पाकिस्तानी एजेंट से रईस की बात कराई थी. यूपी एटीएस को रईस के खिलाफ सेना सहित अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं को आईएसआई तक पहुंचाने के अहम सबूत मिले हैं.
जानकारी के मुताबिक ISI की तरफ से एजेंट मोहम्मद रईस को रकम भेजी गई. मुंबई में काम करने के दौरान पकड़े गए रईस की मुलाकात अरमान से हुई थी. अरमान ने भारत में मुसलमान पर हो रहे जुल्म और बाबरी मस्जिद की शहादत का जिक्र कर पकड़े गए रईस को बरगलाया और जासूसी के लिए तैयार किया. अरमान के ही जरिए रईस ISI के नेटवर्क तक पहुंचा था. एक साल पहले 2022 में ISI एजेंट हुसैन ने व्हाट्सएप कल के जरिए संपर्क किया था.
रईस ने अरमान को बताया कि वह सऊदी अरब जाकर काम करना चाहता है. इस पर अरमान ने कहा कि मैं तुम्हारा नम्बर पाकिस्तान के एक व्यक्ति को दे दूंगा. वह तुम्हें कॉल करेगा. अगर तुम उसकी बात पर खरा उतर गए. तो वह तुम्हें भारत के खिलाफ काम करके बदला लेने का मौका देगा. इसके बदले तुम्हें मोटी रकम मिलेगी. साथ ही साथ दुबई में नौकरी भी दिला देगा. फिर वर्ष 2022 में रईस के पास एक विदेशी व्हाट्सएप कॉल आई थी.