मुजफ्फरपुर में प्लस टू स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अंतिम मेधा सूची जारी कर दी गयी है. जिला शिक्षा विभाग की ओर से गणित, भौतिकी, रसायनशास्त्र, अंग्रेजी, बाॅटनी और जूलाॅजी में कुल 50 सीटों के लिए यह सूची जारी की गयी है. डीइओ अजय कुुमार सिंह ने बताया कि 50 सीटों पर होने वाली इस नियुक्ति के लिए इन विषयों में कुल 1,660 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. शिक्षा विभाग अक्षर आंचल योजना के तहत 2578 शिक्षा सेवकों की बहाली करने जा रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने प्रदेश के सभी डीएम को इस संदर्भ में पत्र लिखा है.
ऐसे में उनकी दावेदारी निरस्त कर दी गयी. अतिथि शिक्षक बनने के लिए दूसरे राज्यों से भी अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. अधिकतर अभ्यर्थी ऐसे थे जिन्होंने बीएड और पीजी उत्तीर्ण नहीं किया था. इसमें चयनित अभ्यर्थियों को शुक्रवार को सुबह 10.30 बजे से शाम 5 बजे तक सभी मूल प्रमाण पत्रों के साथ बीबी काॅलेजिएट स्थित शिविर में शामिल होने को कहा गया है. इस अवधि के बाद सूची में शामिल अभ्यर्थियों का दावा मान्य नहीं होगा. शनिवार को डीइओ चयनित अभ्यर्थियों को विद्यालय आवंटित करेंगे. सूची को एनआइसी पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है.
मुजफ्फरपुर में पीजी की शुरू कक्षाओं के बीच गुरुवार को स्पॉट एडमिशन की प्रक्रिया खत्म हो गयी. इतिहास, हिंदी, जूलॉजी, कॉमर्स आदि विषयों को छोड़ कई विषयों में सीटें खाली रह गयी हैं. इधर, स्नातक में स्पॉट एडमिशन की आखिरी तिथि शुक्रवार है. गुरुवार तक हुए एडमिशन के रिकॉर्ड के अनुसार 1.20 लाख छात्र-छात्राओं का दाखिला अंगीभूत एवं प्राइवेट डिग्री कॉलेजों में हो गया है, जिससे अबतक का सारा रिकॉर्ड टूट गया है. शुक्रवार को भी एडमिशन होना है. उम्मीद है कि इस बार 1.35 से 1.40 लाख के बीच छात्र-छात्राओं का दाखिला होगा. दाखिला का रिकॉर्ड तो टूट गया है, लेकिन अभी भी करीब 80 हजार सीटें विभिन्न कॉलेजों में स्नातक में खाली हैं. प्राइवेट कॉलेजों की संख्या बढ़ने के कारण इस साल दो लाख से अधिक सीटें हो गयी थीं.
पटना विश्वविद्यालय की ओर से एलएलबी के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गये हैं. इसके लिए इच्छुक छात्र-छात्राएं 28 जुलाई से लेकर 11 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इसमें एपीयरिंग कैंडिडेट भी आवेदन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें काउंसेलिंग के दौरान फाइनल इयर की मार्क्सशीट देनी होगी. आवेदन की फीस 1100 रुपये है. बाकी की जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं.
शिक्षा विभाग अक्षर आंचल योजना के तहत 2578 शिक्षा सेवकों की बहाली करने जा रहा है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने प्रदेश के सभी डीएम को इस संदर्भ में पत्र लिखा है. दरअसल यह बहाली जिला अधिकारियों की देखरेख में होगी. दरअसल 24 जुलाई को जिलावार रिक्त पदों की सूची के साथ बहाली की पूरी प्रक्रिया से संबंधित एक वर्क कैलेंडर सभी डीएम को भेजा गया है. 19 तारीख को विज्ञापन जारी कर चार सितंबर तक आवेदन लिये जायेंगे.
वर्क कैलेंडर के अनुसार 31 जुलाई तक आबादी की प्रखंडवार सूची बनायी जायेगी. पांच अगस्त को महादलित दलित और अल्पसंख्यक, अति पिछड़ा बाहुल्य टोलों में प्रखंडवार रिक्ति निर्धारण किया जायेगा. 14 अगस्त तक संबंधित वार्ड के निर्वाचित वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में चयन समिति का गठन किया जायेगा. 19 अगस्त तक नियोजन के लिए एनआइसी की वेबसाइट तथा प्रखंड के सार्वजनिक स्थानों पर नोटिस चस्पा कर जानकारी दी जायेगी. चार सितंबर तक आवेदन लिये जायेंगे. 9 सितंबर तक मेधा अंक की गणना की जायेगी. 16 सितंबर तक आपत्ति ली जायेंगी. 19 सितंबर तक आपत्ति का निराकरया किया जायेगा. इसके बाद अन्य प्रक्रिया पूरी करते हुए 31 अक्तूबर तक चयनित शिक्षा सेवकों की सूची जारी कर दी जायेगी.
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक उत्थान केंद्र को 1465 और मरकज के लिए 1113 शिक्षा सेवक बहाल होंगे. अपर मुख्य सचिव ने जिला अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिला स्तर पर रिक्तियों के लिए शिक्षा सेवकों का चयन मार्गदर्शिता के अनुसार किया जाये. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाये कि कि शिक्षा सेवकों का चयन किसी भी कीमत पर निर्धारित लक्ष्य से अधिक न हो. अपर मुख्य सचिव ने लिखा है कि जिला स्तर पर जितने सामान्य जाति के शिक्षा सेवक को हटाया गया है, तथा ऐसे अन्य सभी मामले , जिसमें चयन एवं सेवा मुक्ति से संबंधित न्यायालय में विचाराधीन हैं, उनके पद एवं स्थान को सुरक्षित रखा जाये. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक उत्थान केंद्र को सबसे अधिक 161 पद मधेपुरा जिले में खाली है, तो सबसे कम मात्र दो पद सारण में रिक्त है. दूसरी तरफ मरकज के लिए सबसे अधिक 123 पदों पर जमुई में बहाली होगी, तो सबसे कम खगड़िया में मात्र एक सीट खाली है.