आंकड़ों के अनुसार पिछला सबसे गर्म महीना जुलाई 2019 था. एक नए विश्लेषण के अनुसार, जुलाई 2023 के पहले 23 दिन के दौरान वैश्विक औसत तापमान 16.95 डिग्री सेल्सियस था जो जुलाई 2019 के पूरे महीने के लिए दर्ज 16.63 डिग्री से काफी अधिक है.
वैज्ञानिकों के एक नए विश्लेषण के अनुसार, इस साल का जुलाई महीना रिकॉर्ड के अनुसार अब तक का सबसे गर्म महीना होने वाला है जिसका औसत तापमान जुलाई 2019 की तुलना में काफी अधिक है. यूरोपीय संघ द्वारा वित्तपोषित कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस और विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने गौर किया कि तापमान में वृद्धि उत्तरी अमेरिका, एशिया और यूरोप के बड़े हिस्सों में भीषण गर्मी के कारण हुयी है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में बीते दिनों भारी बारिश की वजह से यमुना नदी का जल स्तर बढ़ गया है. कई इलाकों में यह खतरे के निशान के पास था. बुधवार को यमुना का पानी खतरे के निशान से 205.33 मीटर को पार कर गया था.
कानपुर में गंगा खतरे के निशान से 72 सेमी ऊपर बह रही हैं. कटरी के चैनपुरवा और नाथूपुरवा गांव में पानी घुसने लगा है1 शुक्लागंज के आवासीय इलाकों में बाढ़ के पानी से लगभग 300 घर प्रभावित हुए हैं.
गाजियाबाद में यमुना नदी में आई बाढ़ के कारण कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ है. करीब 40 करोड़ रुपये का नुकसान होने की आशंका है.
आज के दिन उत्तर प्रदेश के कई जिलों में छिटपुट बारिश की संभावना है. ये जिले शामिल हो सकते हैं: गोरखपुर, रायबरेली, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, बदायूं, जालौन, ललितपुर, मेरठ, बुलन्दशहर, हमीरपुर, फिरोजाबाद, झांसी, बुलन्दशहर, आगरा, एटा, मथुरा, आगरा, कानपुर देहात, जालौन, बागपत, कासगंज, हमीरपुर, इटावा, हापुड, जालौन, हाथरस, बुलन्दशहर, बिजनौर, और मुज़फ्फरनगर.
आने वाले 2-3 दिनों में, उत्तर प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में 40-50 KMP की रफ्तार से हवाओं के चलने की संभावना है. इस समय में आंधी-तूफ़ान और बिजली के घाटे भी हो सकते हैं. मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि आगामी दिनों में बिजली गिरने और कड़कने की संख्या में वृद्धि हो सकती है. इसलिए, तेज बारिश या बिजली के समय लोगों को बाहर रहने से बचने की सलाह दी गई है. वे खुले जगहों या पेड़-पौधों के नीचे आश्रय न लें.