रांची के जमीन, मकान और फ्लैट की सरकारी दर में औसतन 10 फीसदी की वृद्धि की गयी है. संशोधित दर के प्रस्ताव पर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को अपनी सहमति प्रदान कर दी. नयी दर एक अगस्त से प्रभावी होगी. नयी दर में मौजा और वार्ड को समायोजित करने के कारण कई मौजा के रेट में भारी वृद्धि हुई है. मसलन कांके का चौड़ी मौजा नगर निगम से बाहर था, इसलिए वहां के जमीन की कीमत 1.20 लाख प्रति डिसमिल थी. जबकि, इस बार चौड़ी मौजा को नगर निगम के वार्ड-2 में शामिल किया गया है, जिसके कारण यहां के जमीन की कीमत 375 फीसदी बढ़ गयी है. अब यहां जमीन की दर प्रति डिसमिल 4.50 लाख रुपये हो गयी है.
इधर, भीट्ठा मौजा के जमीन की कीमत 2.80 लाख प्रति डिसमिल थी, जो बढ़कर 4.50 लाख रुपये प्रति डिसमिल हो गयी है. इसी प्रकार फ्लैट के कीमत में भी वृद्धि की गयी है. सबसे अधिक वृद्धि सीरम मौजा के फ्लैट की कीमत में हुई है. पहले यह मौजा वार्ड-48 में था, तो फ्लैट की कीमत 2,800 रुपये प्रति स्क्वायर फीट थी, जो अब बढ़ कर 4,000 रुपये प्रति स्क्वायर फीट हो गयी है. इस तरह यहां पर लगभग 33 फीसदी की वृद्धि हुई है.
वर्ष 2021 में लागू की गयी जमीन, मकान और फ्लैट की सरकारी दर पर 31 जुलाई को रजिस्ट्री का अंतिम दिन होगा. उस दिन के सभी स्लॉट बुक हो चुके है. अब स्लॉट में कोई नया आवेदन नहीं किया जा सकेगा. इधर, शुक्रवार को लगभग 250 डीड की रजिस्ट्री हुई है. रात लगभग 8.30 बजे तक रजिस्ट्री की प्रक्रिया चलती रही.
बंुडू में प्रति डिसमिल आवासीय जमीन (मुख्य सड़क) 1,86,750 रुपये और काॅमर्शियल जमीन (मुख्य सड़क) 3,73,500 रुपये निर्धारित की गयी है. वहीं, शहरी आसपास के 13 मौजा (कांके, अरसंडे, खलारी, चुरी, टुंडूल, टाटी, आरा, बरगांवा,इरबा, रातू्, राय, विश्रामपुर व मुरी) की खाली जमीन, फ्लैट व कच्चा-पक्का मकान की कीमत में 10 फीसदी की वृद्धि की गयी है.